पूर्णिया, 9 मार्च (हि. स.)। व्यवहार न्यायालय पूर्णिया के साथ साथ बनमनखी, धमदाहा और बायसी अनुमंडल में भी शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 2933 केस का निपटारा किया गया। बैंक ऋण के 2335 मामलों में 9 करोड़ 8 लाख 44 हजार 769 रुपए में यथासंभव सूद की राशि में छूट देते हुए समझौता किया गया। बैंक ऋण में तत्काल 3 करोड़ 83 लाख 52 हजार 976 रुपए की वसूली की गई।
आपराधिक मामलों में समझौता के आधार पर 395 मामले निपटाए गए। चेक बाउंस के 12 मामलों में 2 लाख 24 हजार राशि का समझौता किया गया। निष्पादन वाद के एक मामले सुलझाए गए जिसमें 14 लाख 38 हजार 693 रुपए का समझौता किया गया। मोटर दुर्घटना क्लेम वाद के 7 मामले में लाभार्थियों को 52 लख रुपए देने का निर्देश बीमा कंपनियों को दिया गया। श्रम विभाग के एक केस में 1हजार रुपए वसूली कर केस समाप्त किए गए। बिजली विभाग के 77 मामलों में तीन लाख 92 हजार राशि प्राप्त कर वाद का निष्पादन किया गया। वैवाहिक बाद (तलाक को छोड़कर) 17 वाद का निपटारा किया गया। बीएसएनएल के 88 मामलों में 1 लाख 23 हजार 347 रुपए की समझौता की गई, जिसमे तत्काल 99 हजार 571 रुपए की वसूली हुई।
व्यवहार न्यायालय पूर्णिया के प्रांगण में वादों के त्वरित निष्पादन हेतु कुल 16 पीठ बनाए गए तथा तीनों अनुमंडलीय न्यायालय में भी एक-एक पीठ का गठन किया गया था। प्रत्येक पीठ में वादों के निष्पादन हेतु जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुजीत कुमार सिंह के निर्देशानुसार न्यायिक पदाधिकारी के साथ पैनल अधिवक्ताओं ने भी शिरकत किया।
पक्षकारों की सुविधा के लिए पांच हेल्प डेस्क बनाए गए थे। प्रत्येक में पारा स्वयंसेवक तथा पाराविधिक स्वयंसेवक नियुक्त किए गए थे।मौके पर महिला और पुरुष पुलिस बल की भी तैनाती की गई थी। सारी व्यवस्था की देखरेख स्वयं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुजीत कुमार सिंह व सचिव निशांत कुमार प्रियदर्शी कर रहे थे।