कूड़े के ढेर में रहने वाले एक व्यक्ति के पास 100 करोड़ रुपये की संपत्ति है.. दैनिक वेतन भोगी कुबेर की संपत्ति पाकर अधिकारी हैरान

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कलकप्पा निदागुंडी: दिहाड़ी मजदूर रहे कलकप्पा बंदी अब एक अमीर आदमी बन गए हैं! कोप्पल और भाग्य नगर में उनके 24 घर हैं। लोकायुक्त अधिकारियों ने अब उस शख्स की संपत्ति का पर्दाफाश किया है जिसने अपने भाई और पत्नी के भाई के नाम पर बेनामी संपत्ति अर्जित की थी। उसने भ्रष्टाचार के ज़रिए अकूत संपत्ति अर्जित की है और अब लोकायुक्त के जाल में फँस गया है। कुछ दिन पहले ही KRIDL के अधिकारियों ने लोकायुक्त के पास कलकप्पा बंदी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसी के आधार पर गुरुवार सुबह छापा मारने वाले लोकायुक्त अधिकारी उसकी संपत्ति देखकर दंग रह गए।

लोकायुक्त के छापे से पता चला है कि कलकप्पा बांदी के पास कोप्पल शहर के अलग-अलग इलाकों में 24 घर और 6 प्लॉट हैं। इसके अलावा, यह भी पता चला है कि उसने अपने छोटे भाई और अपनी पत्नी के छोटे भाई के नाम पर बेनामी संपत्तियाँ बनाई हैं। लोकायुक्त अधिकारियों ने कलकप्पा बांदी के घर से न सिर्फ़ घर और फ्लैट, बल्कि सोना और आभूषण भी ज़ब्त किए हैं। मूल रूप से कोप्पल ज़िले के येलाबुर्गा तालुक के बांदीहाल के निवासी कलकप्पा बांदी लगभग 20 वर्षों तक KRIDL में आउटसोर्स कर्मचारी के रूप में काम कर रहे थे। बताया जाता है कि वह 15,000 रुपये के वेतन पर काम कर रहे थे।

कर्नाटक ग्रामीण अवसंरचना विकास लिमिटेड (केआरआईडी) के अधिकारियों ने पिछले हफ़्ते लोकायुक्त के पास 72 करोड़ रुपये की अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। जल निकासी और पेयजल कार्यों सहित विभिन्न कार्यों में अनियमितताओं के आरोप थे। इस संबंध में, कोप्पल केआरआईडीएल के कार्यकारी अधिकारी ज़ेडएम चिंचोलिकर और एक आउटसोर्स कर्मचारी, कलाकप्पा निदागुंडी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसी शिकायत के आधार पर लोकायुक्त ने छापा मारा, जिससे विभाग में कार्यरत भ्रष्ट अधिकारी भी हैरान रह गए।

आउटसोर्स कर्मचारियों को कुछ दिन पहले ही नौकरी से निकाल दिया गया था। इसके बाद अधिकारियों ने खुद दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसी आधार पर छापेमारी की गई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।

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