आंध्र प्रदेश में मंदिर में मची भीषण भगदड़, दर्शन के लिए उमड़ी भीड़ में कई लोगों की मौत
News India Live, Digital Desk : आंध्र प्रदेश के एक प्रसिद्ध मंदिर में शुक्रवार को एक बड़ा और दर्दनाक हादसा हो गया। गुंटूर जिले में स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर (Venkateswara Swamy Temple) में कार्तिक मास की एकादशी के पवित्र मौके पर दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़ में अचानक भगदड़ (Stampede) मच गई, जिसमें कुचलकर कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई और दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। मौत का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है, क्योंकि कई घायलों की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।
दर्शन की होड़ बनी 'मौत की दौड़'
यह मंदिर तिरुपति के बाद आंध्र प्रदेश के सबसे प्रतिष्ठित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिरों में से एक माना जाता है। कार्तिक मास की एकादशी होने के कारण, शुक्रवार को यहां दर्शन के लिए सुबह से ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा मंदिर के अंदर जाने वाले संकरा रास्ते और सीढ़ियों पर हुआ।
- कैसे मची भगदड़: मंदिर में प्रवेश के लिए सिर्फ एक ही मुख्य और संकरा रास्ता है। सुबह जब एक साथ हजारों लोगों ने मंदिर के अंदर जाने की कोशिश की, तो आगे के कुछ लोग सीढ़ियों पर फिसलकर गिर गए।
- पीछे से बढ़ता गया दबाव: पीछे से आ रही भीड़ को यह पता नहीं चला कि आगे क्या हुआ है, और वे लगातार आगे बढ़ते रहे। इसी दबाव के कारण गिरे हुए लोगों को उठने का मौका तक नहीं मिला और वे हजारों लोगों के पैरों तले कुचले चले गए।
- चीख-पुकार और कोहराम: कुछ ही पलों में दर्शन की यह कतार 'मौत की कतार' में बदल गई। चारों तरफ चीख-पुकार और हाहाकार मच गया। लोग अपनी जान बचाने के लिए एक-दूसरे को रौंदते हुए भागने लगे, जिससे स्थिति और भी भयावह हो गई।
प्रशासन पर उठे गंभीर सवाल
सूचना मिलते ही पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचे और घायलों को पास के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया। लेकिन इस दर्दनाक हादसे ने स्थानीय प्रशासन और मंदिर प्रबंधन की तैयारियों पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- भीड़ प्रबंधन में बड़ी चूक: यह सवाल पूछा जा रहा है कि जब प्रशासन को पता था कि एकादशी पर लाखों की भीड़ उमड़ेगी, तो भीड़ को कंट्रोल करने के लिए उचित इंतजाम क्यों नहीं किए गए?
- संकरा रास्ता क्यों?: मंदिर में प्रवेश और बाहर निकलने के लिए अलग-अलग और चौड़े रास्तों का इंतजाम क्यों नहीं था?
राज्य के मुख्यमंत्री ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया है। उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिए हैं ताकि इस लापरवाही के जिम्मेदार लोगों को सजा मिल सके। यह हादसा एक बार फिर हमें याद दिलाता है कि हमारे धार्मिक स्थलों पर भीड़ प्रबंधन को और कितना बेहतर बनाने की जरूरत है।
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