Rajasthan : जयपुर में 5 घंटे का ऑपरेशन क्रोकोडाइल, झील में घुसा 7 फीट लंबा मगरमच्छ
News India Live, Digital Desk: राजस्थान की राजधानी जयपुर के आमेर इलाके में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब यहां की ऐतिहासिक सागर झील में एक विशाल मगरमच्छ को तैरते हुए देखा गया. करीब 7 फीट लंबे और भारी-भरकम मगरमच्छ को झील में देखकर आसपास के लोगों में दहशत फैल गई. तुरंत वन विभाग की टीम को इसकी सूचना दी गई, जिसके बाद शुरू हुआ करीब 5 घंटे लंबा और सांसें रोक देने वाला रेस्क्यू ऑपरेशन.
कहां से आया यह 'जल का दैत्य'?
आमेर की यह सागर झील अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है और यहां अक्सर पर्यटक भी आते हैं. स्थानीय लोगों ने जब सुबह-सुबह झील में इस विशाल जीव को देखा, तो वे घबरा गए. माना जा रहा है कि यह मगरमच्छ पास ही स्थित नाहरगढ़ सेंचुरी के निचले इलाके से बहकर यहां तक पहुंचा है. भारी बारिश के कारण जब जंगल के नाले और तालाब भर जाते हैं, तो अक्सर मगरमच्छ जैसे जीव बहकर रिहायशी इलाकों के पास पहुंच जाते हैं.
रेस्क्यू टीम के भी छूटे पसीने
सूचना मिलते ही जयपुर जू के रेंजर और अनुभवी रेस्क्यूअर अनिल मलिक अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए. लेकिन 7 फीट लंबे और करीब 100 किलो वजनी मगरमच्छ को पकड़ना कोई आसान काम नहीं था.
- चला लुका-छिपी का खेल: मगरमच्छ बार-बार गहरे पानी में गोता लगा रहा था, जिससे टीम को उसे ढूंढने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
- डाला गया जाल: काफी देर की कोशिश के बाद टीम ने एक बड़े जाल की मदद से मगरमच्छ को घेरने का प्लान बनाया.
- 5 घंटे की कड़ी मशक्कत: करीब 5 घंटे की कड़ी मेहनत और कई कोशिशों के बाद आखिरकार टीम मगरमच्छ को काबू करने में कामयाब हो ही गई.
वापस अपने घर भेजा गया मगरमच्छ
सफलतापूर्वक रेस्क्यू करने के बाद मगरमच्छ का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. जब यह सुनिश्चित हो गया कि उसे कोई चोट नहीं आई है और वह पूरी तरह से स्वस्थ है, तो उसे वापस नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में सुरक्षित छोड़ दिया गया. इस सफल रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद स्थानीय लोगों और वन विभाग की टीम, दोनों ने राहत की सांस ली. अनिल मलिक और उनकी टीम के इस साहसी काम की सभी लोग सराहना कर रहे हैं.
--Advertisement--