संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए एक विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया है। इसके लिए उसने भारत के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के शीर्ष अधिकारी कमल किशोर को चुना है।
55 साल के कमल किशोर को जिम्मेदारी मिली
महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने बुधवार को कहा कि 55 वर्षीय कमल किशोर को आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए सहायक महासचिव और आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएनडीआरआर) में महासचिव का विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है।
पहले यह पद किसके पास था?
बता दें कि कमल किशोर जापान की मामी मिजुटोरी की जगह लेंगे। वह वर्तमान में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) में सचिव के पद पर हैं। जी-20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान, कमल किशोर ने आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर जी-20 कार्य समूह की अध्यक्षता की। उन्होंने 2019 में जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के गठबंधन के विकास में भी योगदान दिया।
डुजारिक ने आगे कहा, ‘कमल किशोर ने सरकार, संयुक्त राष्ट्र और नागरिक समाज संगठनों के साथ काम किया है। उनके पास वैश्विक, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर आपदा जोखिम न्यूनीकरण, जलवायु कार्रवाई और सतत विकास में काम करने का लगभग तीन दशकों का अनुभव है।’
13 वर्षों तक यूएनडीपी के साथ काम किया
यूएन ने कहा है, ‘एनडीएमए में शामिल होने से पहले, किशोर ने जिनेवा, नई दिल्ली और न्यूयॉर्क में लगभग 13 वर्षों तक संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के साथ काम किया। इस दौरान उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों में आपदा संबंधी चिंताओं को कम करने की विश्व स्तर पर वकालत की है। इसके अलावा, किशोर ने यूएनडीपी-कार्यक्रम वाले देशों का समर्थन करने के लिए आपदा जोखिम न्यूनीकरण सलाहकारों की एक वैश्विक टीम का भी नेतृत्व किया है। कार्यक्रम सलाहकार के रूप में, उन्होंने यूएनडीपी रणनीतिक योजना (2014-17) के आपदा और जलवायु जोखिम प्रबंधन-संबंधी घटकों के विकास का भी नेतृत्व किया।