FD or SIP: अपना पैसा कहाँ लगाएँ निवेशकों के लिए ज़रूरी ख़बर फायदे और नुकसान सब जानिए

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News India Live, Digital Desk: FD or SIP:  आज के दौर में हर कोई अपने भविष्य को सुरक्षित करने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए निवेश करना चाहता है। निवेश के कई साधन मौजूद हैं, लेकिन फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) सबसे लोकप्रिय विकल्पों में से दो हैं, जिनके बारे में निवेशकों को पूरी जानकारी होना बहुत ज़रूरी है। यह समझना बेहद महत्वपूर्ण है कि दोनों में से कौन सा विकल्प आपके वित्तीय लक्ष्यों के लिए सबसे बेहतर है, क्योंकि इन दोनों के फायदे और जोखिम बिल्कुल अलग-अलग होते हैं।

अगर आप सुरक्षित और सुनिश्चित रिटर्न चाहते हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक बेहतरीन विकल्प है। इसे निवेश का सबसे सुरक्षित तरीका माना जाता है, जहाँ आपको आपके निवेश पर एक तय दर से ब्याज मिलता है। ब्याज की यह दर भले ही एसआईपी की तुलना में कम हो, लेकिन आपका पैसा इसमें हमेशा सुरक्षित रहता है। एफडी उन लोगों के लिए बहुत अच्छा है जो अपने पैसे को कम जोखिम में रखना चाहते हैं और उन्हें कम समय में एक तय रिटर्न चाहिए। यह विकल्प खास तौर पर ऐसे व्यक्तियों के लिए सही है जिन्हें निश्चित अवधि के बाद एक निश्चित राशि की आवश्यकता होती है, और जो बाजार के उतार-चढ़ाव से बचना चाहते हैं। हालाँकि, आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ब्याज दरें समय-समय पर बदल सकती हैं, और अगर आप कम दर पर पैसा लॉक कर देते हैं, तो बढ़ती दरों का फायदा नहीं उठा पाएंगे।

वहीं, दूसरी ओर, सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) उन लोगों के लिए एक दमदार विकल्प है जो लंबी अवधि में अच्छा-खासा पैसा बनाना चाहते हैं। एसआईपी आपको म्युचुअल फंड में नियमित रूप से छोटी-छोटी राशि निवेश करने का मौका देता है, और यह सीधा शेयर बाजार से जुड़ा होता है। चूंकि यह बाजार से जुड़ा है, इसलिए इसमें जोखिम भी अधिक होता है, लेकिन रिटर्न मिलने की संभावना भी कहीं अधिक होती है। लंबी अवधि में एसआईपी "रुपये की औसत लागत" (Rupee Cost Averaging) का लाभ देता है, जहाँ आप अलग-अलग मूल्य बिंदुओं पर इकाइयाँ खरीदते हैं, जिससे जोखिम कम होता है। यह निवेश महंगाई को मात देने और वास्तविक रूप में अपनी संपत्ति बढ़ाने में मदद करता है। एसआईपी उन लोगों के लिए उपयुक्त है जिनके पास लंबी अवधि के लक्ष्य हैं, जैसे रिटायरमेंट के लिए पैसा जोड़ना या बच्चों की शिक्षा के लिए बड़ा फंड बनाना।

इसलिए, यह समझना बहुत ज़रूरी है कि कोई भी निवेश विकल्प 'सबके लिए' सबसे अच्छा नहीं होता। आपकी वित्तीय स्थिति, आप कितना जोखिम उठाने को तैयार हैं, और आपके वित्तीय लक्ष्य क्या हैं, इन सभी बातों पर निर्भर करता है कि आपको एफडी में निवेश करना चाहिए या एसआईपी में। कई बार, दोनों में संतुलन बनाने से आपको एक संतुलित पोर्टफोलियो बनाने में मदद मिल सकती है, जिससे सुरक्षा और विकास दोनों के अवसर मिलते हैं। अगर आपको इसमें कोई भी दुविधा महसूस हो, तो किसी अनुभवी वित्तीय सलाहकार से राय लेना सबसे अच्छा रहेगा, जो आपके व्यक्तिगत परिस्थितियों के हिसाब से आपको सही रास्ता दिखा सकते हैं।

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