Poisonous gas Havoc : 40 साल से जलती धनबाद की धरती पर लोगों का दम घुटा
News India Live, Digital Desk: Poisonous gas Havoc : झारखंड के धनबाद जिले के गोधर गाँव का भावनरी मुहल्ला, जो कुसुंडा रेलवे साइडिंग के ठीक बगल में स्थित है, इन दिनों ज़मीन के नीचे धधकती आग से निकलने वाली जानलेवा जहरीली गैस और धुएँ के कारण बेहद परेशानी का सामना कर रहा है। यहाँ के निवासियों को साँस लेने में जबरदस्त दिक्कतें आ रही हैं, जिससे दम घुटने और आँखों में जलन की शिकायतें आम हो गई हैं।
बताया जा रहा है कि यह ज़हरीली गैस असल में कार्बन मोनोऑक्साइड है, जो ज़मीन के नीचे की आग से पैदा हो रही है। यह कोई नई समस्या नहीं है; यह क्षेत्र पिछले लगभग 40 सालों से भूगर्भीय आग की चपेट में है, जो पास की कोयला खदानों से लगातार फैल रही है। स्थानीय लोगों ने दशकों पहले यहाँ अपने घर बनाए थे, लेकिन अब यह आग उनके लिए एक जानलेवा खतरा बन गई है, जिससे वे विस्थापित होने के लिए मजबूर हैं।
इस साल आग के बढ़ने और गैस रिसाव की तीव्रता में काफी वृद्धि देखी गई है, खासकर पिछले एक सप्ताह से स्थिति और भी अधिक गंभीर हो गई है। यहाँ की कुसुंडा रेलवे साइडिंग पर मालगाड़ी खड़ी करने से और आसपास डस्ट उड़ने के कारण भी गैस और धुआँ लोगों के घरों तक आसानी से पहुँच रहा है, जिससे समस्या और बढ़ जाती है।
गोधर बस्ती के निवासियों ने इस खतरनाक स्थिति से बचाने के लिए प्रशासन और खनन अधिकारियों, खासकर भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) से लगातार गुहार लगाई है। उनकी सबसे प्रमुख माँग यही है कि या तो इस भूगर्भीय आग पर प्रभावी ढंग से काबू पाया जाए या फिर उन्हें इस जानलेवा इलाके से किसी सुरक्षित स्थान पर पुनर्वासित किया जाए। स्थानीय प्रशासन को कई बार लिखित शिकायतें भी दी गई हैं, लेकिन अफसोस की बात यह है कि अभी तक कोई प्रभावी या संतोषजनक समाधान निकलता नहीं दिख रहा है। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी उम्र के लोग इस जहरीली हवा के कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, और उन्हें एक स्थायी समाधान की तुरंत आवश्यकता है ताकि वे सुरक्षित और स्वस्थ जीवन जी सकें।
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