
विटामिन और प्रोटीन जितने शरीर के लिए जरूरी होते हैं, उतना ही जिंक भी है। यह आपकी इम्यूनिटी, त्वचा, बालों, पाचन और घावों को भरने जैसी कई जरूरी शारीरिक क्रियाओं में अहम भूमिका निभाता है। लेकिन आजकल की तेज़-तर्रार जिंदगी और असंतुलित खानपान के कारण शरीर में जिंक की कमी होना आम समस्या बन गई है।
कई बार लोग इसे सामान्य थकान या मौसमी प्रभाव समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन जिंक की कमी लंबे समय तक बनी रहे, तो यह सेहत पर गंभीर असर डाल सकती है। इसलिए, यहां हम आपको जिंक की कमी के 5 शुरुआती संकेत बता रहे हैं, जिन्हें पहचानना और समय रहते इन पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
1. जल्दी-जल्दी बीमार पड़ना
अगर आपको बार-बार सर्दी, खांसी या किसी भी प्रकार का इंफेक्शन हो रहा है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपकी इम्यून सिस्टम कमजोर हो रही है। जिंक सफेद रक्त कोशिकाओं को मजबूत करता है, जो शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करती हैं। जिंक की कमी से रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है, जिससे बार-बार बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाता है।
2. घावों का धीरे-धीरे भरना
अगर आपकी त्वचा पर कट या खरोंच लग जाए और वह जल्दी न भरें, तो यह जिंक की कमी का बड़ा संकेत हो सकता है। जिंक त्वचा के ऊतकों की मरम्मत और कोलेजन के निर्माण में मदद करता है, जिससे घाव जल्दी ठीक होते हैं। जिंक की कमी से त्वचा की मरम्मत प्रक्रिया धीमी हो सकती है।
3. बालों का झड़ना और त्वचा से जुड़ी समस्याएं
जिंक की कमी बालों के झड़ने की प्रमुख वजह हो सकती है। इसके अलावा, डैंड्रफ, खुजली, मुंहासे और रूखी त्वचा जैसी समस्याएं भी जिंक की कमी का संकेत हो सकती हैं। जिंक त्वचा और बालों की कोशिकाओं के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है। जिंक की कमी से इन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
4. स्वाद और गंध का कम महसूस होना
अगर आपको खाने का स्वाद फीका लगने लगे या सूंघने की शक्ति कमजोर हो जाए, तो इसे नजरअंदाज न करें। जिंक हमारे स्वाद और गंध की क्षमता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिंक की कमी से यह इंद्रियां कमजोर पड़ सकती हैं, जिससे स्वाद और गंध का सही अनुभव नहीं हो पाता।
5. थकान और फोकस में कठिनाई
लगातार थकान महसूस करना, मानसिक रूप से सुस्त होना या बार-बार भूलने जैसी समस्याएं जिंक की कमी से जुड़ी हो सकती हैं। जिंक मस्तिष्क के कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। इसकी कमी से मानसिक थकावट, चिड़चिड़ापन और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है।
जिंक की कमी को कैसे दूर करें?
जिंक की कमी को दूर करने के लिए अपनी डाइट में जिंक से भरपूर पदार्थ शामिल करें, जैसे कद्दू के बीज, मूंगफली, अंडा, दालें, दूध, पनीर, साबुत अनाज, पालक, मशरूम और चिकन। अगर जिंक की कमी गंभीर हो, तो डॉक्टर की सलाह से जिंक सप्लीमेंट भी लिया जा सकता है। इसके अलावा, अपनी खानपान की आदतों में पोषण का ध्यान रखें और फास्ट फूड से परहेज करें।
जिंक शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसकी कमी से बचने के लिए सही आहार लेना जरूरी है। इससे न केवल आपकी शारीरिक सेहत बनी रहेगी, बल्कि मानसिक स्थिति भी बेहतर रहेगी।
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