बांग्लादेश में यूनुस करेंगे राज? शेख हसीना के भारत में खालिदा जिया अचानक लंदन पहुंच गईं

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बांग्लादेश राजनीति: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की अध्यक्ष खालिदा जिया लंदन पहुंचीं। जहां सात साल बाद हीथ्रो हवाई अड्डे पर उनकी मुलाकात अपने बेटे तारिक रहमान से हुई। गौरतलब है कि 79 साल की खालिदा जिया कतर की रॉयल एयर एंबुलेंस से इलाज के लिए लंदन पहुंची थीं। अब राजनीतिक गलियारों में इस बात पर बहस चल रही है कि पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया कब पार्टी का नेतृत्व करने के लिए वापस आएंगी? सवाल यह है कि क्या बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति उन्हें वापस लौटने की इजाजत देगी?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीएनपी स्थायी समिति के सदस्य डॉ. मोशर्रफ हुसैन ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि खालिदा जिया ठीक होने के बाद देश का नेतृत्व करने के लिए वापस आएंगी।’ इस बीच बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की चर्चा भी जरूरी है. अगस्त 2024 में बांग्लादेश में छात्र आंदोलन के बाद से शेख हसीना भारत में हैं। बांग्लादेश की यूनुस सरकार भारत से उनके प्रत्यर्पण की मांग कर रही है लेकिन हाल ही में शेख हसीना के वीजा की वैधता बढ़ाकर भारत ने बांग्लादेश को संदेश दिया है कि भारत का फिलहाल ऐसा कोई इरादा नहीं है.

पूर्व पीएम शेख हसीना का पासपोर्ट रद्द

मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना का पासपोर्ट भी रद्द कर दिया है. यहां तक ​​कि शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के दूसरे दर्जे के नेता भी सरकारी कार्रवाई के डर से बांग्लादेश में नहीं हैं. यूनुस प्रशासन ने पूर्व प्रधान मंत्री और उनके प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।

बांग्लादेश की राजनीति में दशकों तक दबदबा रखने वाली दो नेता खालिदा जिया और शेख हसीना सक्रिय राजनीति से बाहर हो गई हैं। इधर, मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश में नये चुनाव की चर्चा तक नहीं कर रहे हैं.

जब मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की बागडोर सौंपी गई तो उन्होंने तीन महीने में चुनाव कराने का वादा किया. उनका कार्यकाल नवंबर में ही ख़त्म हो गया था. पिछले साल दिसंबर में राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था, ‘देश में चुनाव 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में हो सकते हैं।’ इस बीच खालिदा जिया के लंदन जाने को संदेह की नजर से देखा जा रहा है. गौरतलब है कि यूनुस सरकार ने शेख हसीना सरकार द्वारा खालिदा जिया पर लगाए गए सभी आरोपों को वापस ले लिया था. इसके बाद वह देश छोड़कर लंदन पहुंच गए।