एल्विश यादव फिर विवादों में: यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विनर एल्विश यादव रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। वह पहले भी कोबरा गैंग में पकड़ा जा चुका है. इस मामले के तहत पूछताछ भी चल रही है. मामला अभी खत्म भी नहीं हुआ कि एल्विश एक और नई मुसीबत में फंस गया। उनके खिलाफ वाराणसी में शिकायत दर्ज कराई गई है.
छवि पर विवाद
शुक्रवार 26 जुलाई को उन्होंने वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के प्रतिबंधित क्षेत्र में फोटो ली, जहां फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है. जब एल्विश यादव की तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई तो शिकायतकर्ता शिकायत दर्ज कराने जिला मुख्यालय स्थित पुलिस अधिकारी के कार्यालय पहुंच गया. शिकायतकर्ताओं वकील ने इसकी लिखित शिकायत पुलिस अधिकारी से की है. इसके बाद पुलिस ने भी जांच का आश्वासन दिया है. मामले की जांच डीसीपी को सौंपी गई है.
वाराणसी में घूमने निकले एल्विश ने बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन किए, लेकिन इसी बीच उन्होंने सुवर्ण शिखर के पास फोटो खींचकर नई मुसीबत खड़ी कर दी. जब बाबा काशी विश्वनाथ के सुवर्ण शिखर के साथ उनकी तस्वीर वायरल हुई तो कुछ लोगों ने हंगामा मचा दिया क्योंकि यह इलाका प्रतिबंधित रेड जोन है और वहां फोटोग्राफी करना प्रतिबंधित है. एल्विश की इस हरकत के खिलाफ वकीलों ने वाराणसी जिला मुख्यालय स्थित संयुक्त पुलिस आयुक्त मुख्यालय एवं अपराध कार्यालय पहुंचकर इसकी शिकायत की.
वकील का एल्विश पर आरोप
अभियोजन पक्ष के वकील प्रतीक सिंह ने बताया कि एल्विश यादव आपराधिक गतिविधियों वाला व्यक्ति है. कैसे वह बाबा काशी विश्वनाथ के प्रतिबंधित क्षेत्र तक पहुंचे और तस्वीर ली. मामले की जांच होनी चाहिए और फोटो खींचने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.’ चूँकि फोटो खींचने का स्थान पूर्णतया प्रतिबंधित है जहाँ पेन भी नहीं ले जाया जा सकता तो फोटोग्राफी कैसे की जा सकती है।
इस मामले में वाराणसी पुलिस मुख्यालय एवं संयुक्त आयुक्त अपराध डॉ. के. एगिलर्सन ने कहा कि पूरे मामले को लेकर कुछ लोगों की ओर से शिकायतें आई हैं. जिसके बाद ज्ञानवापी सुरक्षा डीसीपी को जांच का जिम्मा सौंपा गया है. उचित कार्रवाई की जायेगी. वाराणसी के संयुक्त पुलिस आयुक्त ने काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे वीआईपी लोगों की फोटोग्राफी लेने पर कहा कि चारों तरफ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है.