उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महा कुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होगा। इस ऐतिहासिक और धार्मिक आयोजन को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। मेला क्षेत्र में व्यापक तैयारियां की जा रही हैं, जिसमें सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था को प्राथमिकता दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा के लिए कई दौरों पर अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था के सख्त निर्देश
सीएम योगी ने सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए:
- सघन सर्च ऑपरेशन: प्रयागराज और आसपास के इलाकों में होटल, रेस्तरां, स्ट्रीट वेंडर्स और अवैध बस्तियों में सघन तलाशी अभियान।
- वाहनों की जांच: बिना लाइसेंस और परमिट वाले वाहनों की एंट्री पर रोक।
- संदिग्ध व्यक्तियों की निगरानी: संदिग्ध व्यक्तियों और वस्तुओं की तलाशी और पूछताछ।
- खुफिया एजेंसियों को अलर्ट: LIU और IB को पूरी तरह सतर्क रहने का निर्देश।
पुलिसकर्मियों की ड्यूटी को लेकर चुनौती
अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ पुलिसकर्मी महाकुंभ में ड्यूटी के लिए प्रयागराज जाने से बच रहे हैं।
- ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी: अब तक 15,000 से अधिक पुलिसकर्मी मेला ड्यूटी के लिए पहुंच चुके हैं।
- ड्यूटी न करने के बहाने: लगभग 5,000 पुलिसकर्मियों ने अभी तक अपनी तैनाती नहीं की है।
- बोनस का प्रभाव: महाकुंभ में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को ₹1 लाख तक का बोनस मिल रहा है, लेकिन यह भी कुछ कर्मियों को आकर्षित करने में नाकाफी साबित हो रहा है।
सूत्रों के अनुसार, कई पुलिसकर्मी स्वेच्छा से ड्यूटी करते हैं, लेकिन कुछ बहाने बनाकर अपनी ड्यूटी कटवाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे पुलिसकर्मियों को मामूली दंड या माफी दी जा सकती है।
पुलिसकर्मियों के लिए विशेष व्यवस्था
प्रयागराज पुलिस ने ड्यूटी पर तैनात कर्मियों के लिए विशेष प्रबंध किए हैं:
- रहने और खाने की व्यवस्था:
- मेला ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मियों के लिए उचित आवास और भोजन की व्यवस्था।
- रिजर्व पुलिस बल का उपयोग:
- सीएम योगी ने निर्देश दिए कि मुख्य रूप से रिजर्व पुलिस बल का उपयोग किया जाए।
- अन्य जिलों की पुलिस केवल आपातकालीन स्थिति में तैनात की जाएगी।
- सुरक्षा चाक-चौबंद:
- प्रयागराज और आसपास के जिलों में सुरक्षा पुख्ता की जा रही है।
- किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों, ठेका, या फ्रॉड पर सख्त कार्रवाई के निर्देश।
साइबर और फायर सुरक्षा पर विशेष ध्यान
महाकुंभ के दौरान साइबर और ऑनलाइन फ्रॉड पर नजर रखने के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं।
- फायर सेफ्टी:
- मेला क्षेत्र में आग से बचाव के लिए विशेष प्रबंध।
- आपातकालीन स्थिति:
- इमरजेंसी रिस्पांस टाइम को कम करने और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश।
भीड़ प्रबंधन और ट्रैफिक व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने मुख्य स्नान पर्वों पर भारी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए खास प्रबंध किए हैं:
- भगदड़ रोकने के उपाय:
- भीड़ के त्वरित प्रबंधन के लिए विशेष टीमें तैनात।
- ट्रैफिक व्यवस्था:
- शहर और मेला क्षेत्र में जाम से बचने के लिए क्रेन की व्यवस्था।
- मार्गों पर ट्रैफिक पुलिस की अतिरिक्त तैनाती।