आजकल, बढ़ता हुआ कोलेस्ट्रॉल लेवल एक आम समस्या बन गई है, जिसका मुख्य कारण अस्वस्थ खानपान और खराब जीवनशैली है। शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल होते हैं: बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) और गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL)। बढ़ा हुआ बैड कोलेस्ट्रॉल समय के साथ हार्ट स्ट्रोक या हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। इस समस्या से राहत पाने के लिए लोग अक्सर दवाओं का सहारा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि योग की मदद से भी बढ़ते बैड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है? आइए जानते हैं दो ऐसे योगासनों के बारे में जो बैड कोलेस्ट्रॉल और मोटापे को कम करने में मदद कर सकते हैं।
1. सर्वांगासन
सर्वांगासन कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में फायदेमंद है। हालांकि, जिन लोगों को हार्निया, चोट, थायराइड या दिल की समस्या है, उन्हें इस आसन से बचना चाहिए।
सर्वांगासन करने का तरीका:
- अपनी पीठ के बल लेट जाएं।
- एक साथ अपने पैरों, कूल्हे और कमर को उठाएं, ताकि शरीर का सारा भार कंधों पर आ जाए।
- अपनी पीठ को हाथों से सहारा दें और कोहनियों को पास लाएं।
- हाथों को पीठ पर रखें और कंधों का सहारा दें।
- अपनी कमर और पैरों को सीधा रखें, और ध्यान रखें कि शरीर का भार कंधों और हाथों के ऊपरी हिस्से पर बना रहे।
- यदि गर्दन में तनाव महसूस हो, तो आसन से बाहर आ जाएं। इस दौरान गहरी सांस लेते रहें।
2. पश्चिमोत्तानासन
पश्चिमोत्तानासन शरीर के मध्य भाग में खिंचाव पैदा करता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। यह आसन नसों में जमा कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और पेट के आंतरिक हिस्से की मालिश करता है, जिससे शरीर के भीतर जमा कचरे को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है।
पश्चिमोत्तानासन करने का तरीका:
- पैरों को सीधा फैलाएं और हाथों को पैरों के समान रखें।
- सिर को सीधा रखें।
- धीरे-धीरे माथे को घुटने और पैरों की उंगलियों को हाथ से पकड़ने का प्रयास करें।
- इस दौरान धीरे-धीरे सांस छोड़ते रहें।
- पैरों की तरफ झुकते समय एक गहरी सांस लें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें।
- जब आसन पूरा हो जाए, तो अपनी पूरी सांस छोड़कर थोड़ी देर अपने माथे को घुटने से लगाए रखें।