Year Ender 2024: बीमारियों का साल, जिसने स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को किया चुनौतीपूर्ण

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साल 2024 का अंत नजदीक है, और पूरी दुनिया नए साल का स्वागत करने की तैयारियों में जुटी है। यह समय है कि हम बीते साल की महत्वपूर्ण घटनाओं और स्वास्थ्य संकटों पर एक नजर डालें। 2024 ने हमें याद दिलाया कि स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे कितने महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। इस साल, कई गंभीर बीमारियों ने दुनियाभर में कहर बरपाया, लाखों लोगों को प्रभावित किया, और स्वास्थ्य प्रणालियों पर भारी दबाव डाला। आइए, उन बीमारियों पर विस्तार से चर्चा करते हैं जिन्होंने 2024 को प्रभावित किया।

1. कोविड-19 का XBB वैरिएंट

2024 में कोरोना वायरस एक बार फिर सुर्खियों में रहा। इसका नया वैरिएंट XBB तेजी से फैलने की क्षमता के कारण दुनिया भर में हड़कंप मचा गया।

  • प्रभाव: XBB वैरिएंट ने वैक्सीन की प्रभावशीलता को चुनौती दी और कई लोगों की जान ली।
  • किसे ज्यादा प्रभावित किया?
    • बच्चों और बुजुर्गों में संक्रमण का खतरा अधिक देखा गया।
    • इसके लक्षण पहले से अधिक गंभीर और जटिल थे।
  • महत्वपूर्ण तथ्य:
    यह वैरिएंट न केवल तेजी से फैल रहा था, बल्कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों को नई रणनीतियां अपनाने के लिए मजबूर कर रहा था।

2. मंकीपॉक्स

मंकीपॉक्स ने 2024 में वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक और बड़ा संकट पैदा किया।

  • केस और मृत्यु दर:
    • 12 जून 2024 तक, 97,281 मामलों की पुष्टि हुई।
    • इससे 208 लोगों की मौत हो चुकी थी।
  • प्रभाव का दायरा:
    • यह बीमारी अफ्रीका के कई देशों से निकलकर यूरोप और एशिया तक फैल गई।
    • WHO ने इसे महामारी घोषित किया।
  • लक्षण:
    बुखार, थकान, और त्वचा पर दर्दनाक चकत्ते इस बीमारी के मुख्य लक्षण थे।

3. डेंगू का प्रकोप

डेंगू ने 2024 में कई एशियाई और दक्षिण अमेरिकी देशों में तबाही मचाई।

  • संक्रमण के आंकड़े:
    • 30 अप्रैल 2024 तक, 7.6 मिलियन से अधिक मामले सामने आए।
    • 3000 से ज्यादा मौतें हुईं।
  • मौसमी प्रभाव:
    • बारिश के मौसम के दौरान मच्छरों की संख्या में वृद्धि ने इस बीमारी को और अधिक घातक बना दिया।
  • प्रभावित क्षेत्र:
    एशिया, दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका।

4. निपाह वायरस का प्रकोप

दक्षिण भारत के केरल राज्य में निपाह वायरस का प्रकोप 2024 में एक बड़ी स्वास्थ्य चिंता बनकर उभरा।

  • संक्रमण का स्रोत:
    • यह वायरस चमगादड़ और सूअरों से फैलता है।
    • एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में यह तेजी से फैलता है।
  • परिणाम:
    • केरल में कई लोगों की मौत हो चुकी है।
    • इसने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा दबाव डाला।
  • लक्षण:
    बुखार, सिरदर्द, सांस लेने में दिक्कत, और गंभीर मामलों में मस्तिष्क सूजन इसके प्रमुख लक्षण हैं।