यमुनानगर, 22 मार्च (हि.स.)। निजी स्कूलों में एनसीईआरटी की पुस्तकों के ना लगाए जाने के संदर्भ में अभिभावक सेवा मंच के वरिष्ठ पदाधिकारी प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र मित्तल के नेतृत्व में शुक्रवार को अभिभावकों ने उप जिला शिक्षा अधिकारी शिव कुमार धीमान को ज्ञापन सौपा।
अभिभावकों ने आरोप लगाया कि नया सेशन शुरू होते ही निजी स्कूलों ने हर बार की तरह एनसीईआरटी की किताबें न लगा कर फिर से निजी प्रकाशक की किताबें लगानी शुरू कर दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग ने नोटिस जारी कर स्कूलों से ब्यौरा मांगा था। उक्त आदेशों को दरकिनार करते हुए सख्त पाबंदी के बाद भी निजी स्कूल अभिभावकों की जेबों पर डाका डालने का काम कर रहें हैं।
गौरतलब है कि पिछले साल एक पुस्तक विक्रेता के यहाँ मुख्यमंत्री उडन दस्ते ने छापामारी की थी व दो वर्ष पूर्व एक बडे आदोलन के बाद अप्रैल मास में 58 निजी स्कूलों की जांच के आदेश भी जारी हुए थे। परन्तु आज तक न तो रिपोर्ट आई न ही किसी भी निजी स्कूल पर विभाग ने शिकंजा कसा। नतीजतन कई गुणा महंगे दामों पर किताबें स्कूलों के अन्दर सोसाइटी बना कर ही किताबें बेचनी शुरू कर दी हैं ।
उन्होंने कहा कि खुले बाजार में सभी पुस्तकें मिलनी चाहिए एक ही दुकान का एकाधिकार न हो। सभी स्कूलों में एक ही समान पाठ्यक्रम और समान किताबें होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दिखावे के लिये स्कूलों में नोटिस चस्पा दिये हैं कि एनसीईआरटी की किताबें लगाई हैं और किसी भी ये पुस्तक विक्रेता के यहाँ से ली जा सकती है। परन्तु गुप-चुप तरीके से अभिभावकों को निजी प्रकाशकों की किताबे खरीदने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इस मौके पर बड़ी संख्या में अभिभावक उपस्थित रहे।