World News: दुश्मन देशों को तोड़ जवाब, किम जोंग ने 48 घंटे में छोड़ीं दो मिसाइलें

उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच रिश्तों में एक बार फिर गर्माहट देखने को मिल रही है। दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका के संयुक्त सैन्य अभ्यास से नाराज उत्तर कोरिया ने सोमवार को दक्षिण कोरिया पर बैलिस्टिक मिसाइल दागी. दक्षिण कोरिया की सेना ने बताया कि उत्तर कोरिया ने सोमवार को अपने पूर्वी तट से कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की थी।

जापान और अमेरिकी सेना के साथ दक्षिण कोरिया के संयुक्त अभ्यास के बाद नाराज उत्तर कोरिया ने यह कदम उठाया. दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने कहा कि मिसाइल उत्तर कोरिया के दक्षिणपूर्वी शहर जांगयोंग से सुबह 5:05 बजे दागी गई। यह भी कहा गया कि इस मिसाइल लॉन्च के 10 मिनट बाद एक और अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइल का पता चला, जिसके बाद यह अनुमान लगाया गया कि उत्तर कोरिया ने दो मिसाइलें लॉन्च की होंगी।

उत्तर कोरिया ने मिसाइल क्यों लॉन्च की?

दक्षिण कोरिया के साथ अमेरिका और जापान के सैन्य अभ्यास से उत्तर कोरिया नाराज़ था. जिसके चलते उत्तर कोरिया ने इन तीन देशों के इस अभ्यास को एशिया का नाटो भी कहा है. अभ्यास के ठीक दो दिन बाद गुस्साए उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर मिसाइल दाग दी. हाल के वर्षों में तीनों देश (दक्षिण कोरिया, अमेरिका, जापान) उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु खतरों और क्षेत्र में चीन की बढ़ती आक्रामकता से बेहतर तरीके से निपटने के लिए अपनी संयुक्त सुरक्षा साझेदारी को बढ़ावा दे रहे हैं।

क्या है तीनों देशों के अभ्यास का उद्देश्य?

तीनों देशों ने इस ड्रिल को “फ्रीडम एज” ड्रिल का नाम दिया। इसका उद्देश्य संयुक्त बैलिस्टिक-मिसाइल रक्षा, पनडुब्बी रोधी युद्ध, सुरक्षित निगरानी और वायु और नौसैनिक अभ्यास को बढ़ाना है। अभ्यास में अमेरिकी लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर शामिल थे।

उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने निंदा की है

उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक लंबा बयान जारी कर “फ्रीडम एज” ड्रिल की कड़ी निंदा की और इसे एशिया का नाटो बताया। बयान में कहा गया है कि इस अभ्यास ने कोरियाई प्रायद्वीप पर सुरक्षा माहौल को खुलेआम खराब कर दिया है। उत्तर कोरिया ने यह भी कहा कि इस अभ्यास के पीछे अमेरिका का इरादा चीन को घेरना और रूस पर दबाव बनाना था.

बयान में कहा गया है कि अभ्यास के कारण उत्तर कोरियाई सुरक्षा को हुए नुकसान के कारण उत्तर कोरिया आक्रामक और सशक्त जवाबी हमलों के माध्यम से राज्य की संप्रभुता, सुरक्षा और हितों की रक्षा करेगा। अभ्यास के दो दिन बाद उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर मिसाइल दागी.