ऋषिकेश, 05 अगस्त (हि.स.)। एम्स ऋषिकेश में सोमवार को विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया गया। इसके अंतर्गत पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता एवं फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
एम्स में संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित विश्व स्तनपान सप्ताह कार्यक्रम के तहत सीएफएम विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. वर्तिका सक्सेना की देखरेख में एमबीबीएस विद्यार्थियों की पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ है। प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने अपनी कलाकृतियों के माध्यम से नवजात शिशुओं के लिए स्तनपान की महत्ता का संदेश दिया।
एम्स की डीन एकेडमिक प्रोफेसर डॉ. जया चतुर्वेदी ने बताया कि मां का दूध बच्चे के लिए अमृत के समान होता है। उन्होंने जोर दिया कि पारिवारजनों व माताओं को अपने नवजात शिशुओं को कम से कम छह महीने तक मां का दूध पिलाना सुनिश्वित करना चाहिए। बच्चे के बेहतर शारीरिक विकास के लिए यह नितांत आवश्यक है।
इससे पूर्व विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत एम्स संस्थान के अंतर्गत संचालित प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में जनसमुदाय के लिए नुक्कड़ नाटक के आयोजन किया गया, जिसके माध्यम से आमजन को नवजात शिशुओं को स्तनापान का महत्व समझाया गया।