विदेश से भारत के लिए अच्छी खबर आई है। विश्व बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था में विश्वास व्यक्त किया है और दुनिया भर के निवेशकों को भारत में निवेश करने की सलाह दी है। विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर ऑगस्टे तानो कुआमे ने कहा कि मामूली मंदी के बावजूद भारत का भविष्य उज्ज्वल है और हम देश की आर्थिक संभावनाओं के प्रति सकारात्मक हैं। फिलहाल विकास को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
भारत के विकास की कोई चिंता नहीं है।
विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर ने कहा कि भारत की विकास दर में थोड़ी मंदी आने की संभावना है, लेकिन हम फिलहाल इसे लेकर चिंतित नहीं हैं। भारत की विकास दर के बारे में आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि मात्र एक प्रतिशत का उतार-चढ़ाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर विश्व बैंक के सकारात्मक दृष्टिकोण को नहीं बदलेगा, क्योंकि भारत वर्तमान में निवेश के लिए सबसे अच्छी जगह है। अगस्त में तानो कौमे ने कहा था कि अगर कोई मौजूदा जीडीपी आंकड़ों को लेकर चिंतित है तो हम कहेंगे कि चिंता की कोई बात नहीं है, भारत दुनिया में चमकता सितारा है। यदि आप निवेश करने की सोच रहे हैं, तो भारत में आइए और निवेश कीजिए, भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि इसे निवेश के लिए एक पसंदीदा स्थान बनाती है।
भारत को सहायता बढ़ाने पर विचार
चालू वित्त वर्ष के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने दिसंबर 2024 में आर्थिक वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 8.2 प्रतिशत थी। विश्व बैंक के भारत स्थित कंट्री डायरेक्टर ऑगस्टे तानो कोउमे ने कहा है कि विश्व बैंक भारत को दी जाने वाली वित्तीय सहायता बढ़ाने पर भी विचार कर रहा है। इसमें उसके साझेदार संगठन भी शामिल हैं।
इससे निवेशकों की भावना प्रभावित होगी!
विश्व बैंक की यह अच्छी खबर ऐसे समय में आई है जब भारतीय शेयर बाजारों में विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी है। ऐसे में विश्व बैंक के कंट्री डायरेक्टर का यह बयान निवेशकों की भावनाओं पर प्रभावशाली साबित हो सकता है और शेयर बाजारों में ही नहीं बल्कि देश के सभी क्षेत्रों में विदेशी निवेश बढ़ने से विकास दर को और बढ़ावा मिल सकता है।