गोपेश्वर, 03 जुलाई (हि.स.)। उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग के सदस्य विनोद कपरूवाण की अध्यक्षता में बाल तस्करी से आजादी 2.0 अभियान को लेकर बुधवार को बार संघ के सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में बाल तस्करी, चाइल्ड हेल्पलाइन, खोए हुए बच्चों और निराश्रित बच्चों की शिक्षा पर चर्चा की गयी।
उत्तराखंड डबाल संरक्षण आयोग के सदस्य कपरूवाण ने कहा कि बाल तस्करी एक गंभीर समस्या है बच्चे देश का भविष्य हैं। उनकी सुरक्षा एवं संरक्षण हम सबकी जिम्मेदारी है। समाज में चेतना जगाने के लिए राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने बाल तस्करी से आजादी अभियान चलाया है। जिसके लिए प्रदेश के सात जिलों को चिह्नित किया गया है।
उन्होंने कहा कि चमोली जनपद बाल तस्करी, बाल श्रम से मुक्त हो इसके लिए जनपद के जागरूक नागरिक और जनप्रतिनिधि सभी प्रयासरत रहें। बाल तस्करी रोकने के लिए अभिभावकों और समाज को सजग और जागरूक रहने की आवश्यकता है। उन्होंने बाल तस्करी, किशोर न्याय के लिए पुलिस और अन्य संबंधित विभागों को समन्वय के साथ काम करें। उन्होंने कहा कि कहीं भी बाल तस्करी या बाल शोषण, बाल श्रम और बाल विवाह, बच्चों के खोने, घर नहीं आने संबंधी आदि स्थितियों में चाइल्ड हेल्प लाइन नम्बर 1098 पर सम्पर्क करें। इस दौरान श्रम अधिकारी के न होने पर भी नाराजगी जताई।
इस दौरान पीडी आनन्द सिंह, सीओ अमित सैनी, डीएसडीओ धनंजय लिंगवाल हिमाद संस्था के उमाशंकर बिष्ट आदि मौजूद थे।