महिला दिवस 2025: क्या आप सुबह-सुबह दौड़ने या साइकिल चलाने जाती हैं? इस मौसम में, आप धूप और हल्की ठंडी हवा में दौड़ने का आनंद लेंगे। धूप में व्यायाम और शारीरिक गतिविधियां करना महत्वपूर्ण है। आपको सूर्य की रोशनी पाने में आलस्य नहीं करना चाहिए। सूर्य का प्रकाश किसी टॉनिक से कम नहीं है। ज्यादा कुछ नहीं, सुबह दस से पंद्रह मिनट धूप में रहने से ही मूड बदल जाता है और मॉर्निंग सिकनेस की समस्या तुरंत दूर हो जाती है। इतना ही नहीं, मौसम कोई भी हो, सूरज की रोशनी आपको कई बीमारियों से भी बचाती है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि शरीर की घड़ी सूर्य के प्रकाश के साथ तालमेल बिठाती है। धूप सेंकने से जोड़ों के दर्द, मांसपेशियों की समस्याओं और टाइप 2 मधुमेह का खतरा कम हो जाता है। सुबह की रोशनी से विटामिन डी मिलता है, इसलिए सूर्य की रोशनी से रक्तचाप और वजन भी नियंत्रित रहता है। साथ ही, जब आप अधिकतर समय बंद कमरे में रहते हैं, तो इससे कई बीमारियां भी पैदा होती हैं।
सूर्य का प्रकाश स्वास्थ्य के लिए वरदान है। विटामिन डी का स्रोत होने के अलावा, यह अनेक लाभ भी प्रदान करता है और कम से कम हमारे देश में तो यह हर मौसम में, हर जगह बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध है। लेकिन इसके बाद भी देश के 80% लोग गंभीर पोषण संबंधी कमियों से पीड़ित हैं। देश में 90% महिलाएं विटामिन डी की कमी से ग्रस्त हैं। यह बात सभी जानते और समझते हैं, लेकिन समस्या यह है कि लोगों के पास सुबह-सुबह धूप में बैठने का समय नहीं है और भोजन व पेय पदार्थों से विटामिन डी का मुख्य स्रोत ज्यादातर मांसाहारी भोजन ही है। ऐसे में योग गुरु स्वामी रामदेव से इसका समाधान जानना है कि क्या बिना धूप में जाए योगाभ्यास-प्राणायाम के जरिए विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है और शाकाहारियों को क्या खाना चाहिए ताकि विटामिन डी की कमी न हो।
100 में से 66% एनीमिया – लौह की कमी के कारण
80% लोगों में विटामिन डी की कमी है
74% लोगों में विटामिन बी-12 की कमी है
70% महिलाओं में कैल्शियम की कमी
विटामिन डी की कमी
जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली बीमारी से मृत्यु का जोखिम 25% अधिक
जोड़ों का दर्द
कैंसर का डर
तेजी से वजन घटाना
विटामिन बी12 की कमी
लाल रक्त कोशिकाओं में कमी
अंगों को ऑक्सीजन की आपूर्ति कम होना
पीठ दर्द
दिल की अनियमित धड़कन
चिड़चिड़ापन
कमी – बीमारी
विटामिन ए – नेत्र रोग, बच्चों का खराब विकास
कैल्शियम – हड्डी, दंत रोग
विटामिन बी12 – तंत्रिका संबंधी समस्याएं, खराब याददाश्त
लौह – एनीमिया
विटामिन डी – अवसाद, थकान