महिला की हत्या कर जंगल में फेंका गया शव, हत्या का मामला दर्ज

शिमला, 27 अप्रैल (हि.स.)। रामपुर उपमण्डल के जंगल में तीन दिन पहले अर्धनग्न अवस्था में मिले महिला के शव मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। महिला को हत्या कर उसके शव को फेंका गया था। इस मामले में मृतक महिला के पति की शिकायत और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद यह कार्रवाई की गई है। पुलिस अब महिला की हत्या के आरोपितों की तलाश में लग गई है।

मृतक महिला की पहचान रीता देवी (38) पत्नी मनोज के रूप में हुई है। वह रोहड़ू उपमण्डल के चिडग़ांव के ड्योढ़ी गांव की रहने वाली थी। महिला का शव उसके घर से काफी दूर संदिग्ध हालत में मिला है। मृतक महिला दो बच्चों की मां है। मृतका के पति मनोज ने अज्ञात शख्स पर उनकी पत्नी की हत्या कर शव को जंगल में फेंकने का आरोप लगाया है।

शिकायत कर्ता मनोज के मुताबिक उनका रीता देवी के साथ 19 वर्ष पहले विवाह हुआ था। बीते 19 अप्रैल को रीता एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने के लिए लगभग 11 बजे घर से डाली गांव के लिए निकली। अगले दिन 20 अप्रैल को रीता देवी को फोन बंद था, जिस पर पति ने अपने रिश्तेदारों से फोन पर संपर्क किया, जिन्होंने बताया कि रीता देवी कल शाम को शादी के बाद कहीं चली गयी है।

महिला के पति मनोज ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी रीता हमारे गांव की महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष थीं और शादी में जाने से पहले उन्होंने मुझसे कहा था कि ब्लॉक स्तर पर स्वयं सहायता समूह को लेकर बैठक है और शादी के बाद मैं वहां जाऊंगी। जिससे मुझे लगा कि मीटिंग के कारण मेरी पत्नी ने फोन बंद कर दिया है। 22 अप्रैल को हमारे दोनों बेटे चिडग़ांव क्वार्टर गए थे और पूछने पर उन्होंने फोन पर बताया कि उनकी मां क्वार्टर पर नहीं है। 25 अप्रैल को उन्हें बताया गया कि सुंगरी के साथ जंगल में रीता की लाश मिली है।

उन्होंने शिकायत में कहा कि अपनी पत्नी के शव का हालत देखकर उन्हें पूरा यकीन है कि रीता देवी की किसी ने हत्या कर दी है और हत्या करने के बाद आरोपियों ने पत्नी के शव को उस जंगल में ठिकाने लगाया है।

रामपुर के डीएसपी नरेश शर्मा ने शनिवार को बताया कि इस मामले में हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का दौरा कर सेंपल एकत्रित किये हैं। मामले में जांच जारी है। अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।