Punjab Politics : बलवंत सिंह राजोआना की फांसी में 15 साल से देरी क्यों? सामने आ रही है ये बड़ी वजह
News India Live, Digital Desk: पंजाब के एक बेहद संवेदनशील मामले में, पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे बलवंत सिंह राजोआना की फांसी की सजा पर पिछले 15 सालों से रोक लगी हुई है। इस लंबी देरी को लेकर समय-समय पर सवाल उठते रहते हैं, और अब इसके पीछे के संभावित कारणों पर एक बार फिर से चर्चा तेज हो गई है। राजोआना की फांसी का मामला न्यायपालिका, सरकार और मानवीय आधार के बीच फंसा हुआ है।
फांसी की सजा में इतनी लंबी देरी के पीछे कई कानूनी और राजनीतिक पहलू माने जाते हैं। सबसे प्रमुख कारणों में से एक यह है कि उनकी दया याचिका (Mercy Petition) भारत के राष्ट्रपति के समक्ष लंबित है। ऐसे मामलों में जब तक दया याचिका पर कोई अंतिम फैसला नहीं आता, फांसी नहीं दी जा सकती। इसके अलावा, पंजाब में इससे जुड़ी संवेदनशीलता और मानवाधिकार संगठनों की आपत्तियां भी इस देरी का एक बड़ा कारण रही हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी समय-समय पर इस बात पर जोर दिया है कि फांसी की सजा को अनिश्चितकाल के लिए लंबित रखना अमानवीय है, खासकर जब दया याचिका पर फैसला आने में सालों लग जाएं।
राजोआना के समर्थकों और परिवार की तरफ से भी उनकी रिहाई की मांग होती रही है, जिसके अपने राजनीतिक और धार्मिक निहितार्थ हैं। इन सभी जटिल पहलुओं के कारण ही बलवंत सिंह राजोआना की फांसी का मामला एक लंबी कानूनी लड़ाई का हिस्सा बन चुका है, और 15 साल बाद भी इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया है।
--Advertisement--