ऐसी मूर्ति क्यों नहीं रखनी चाहिए जिसमें देवी लक्ष्मी खड़ी हों?

देवी लक्ष्मी की मूर्ति: पूजा के लिए घर में देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित की जाती हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि घर में किसी भी देवी-देवता की मूर्ति लाते और स्थापित करते समय किन नियमों का पालन करना चाहिए। इसके अलावा शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि घर में किस तरह की देवी-देवताओं की मूर्तियां रखनी चाहिए।

अक्सर लोग अपने घर में भगवान की मूर्ति रखते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि घर में खड़ी मूर्ति स्थापित नहीं करनी चाहिए। खासकर अगर आप देवी लक्ष्मी की मूर्ति घर ला रहे हैं तो खड़ी मुद्रा वाली मूर्ति चुनने से बचना चाहिए। आइए ज्योतिषी राधाकांत वत्स से जानते हैं इसके पीछे का कारण।

क्या होगा अगर आप घर ले आएं माता लक्ष्मी की खड़ी मूर्ति?
शास्त्रों में कहा गया है कि मां लक्ष्मी का स्वभाव चंचल है। मां लक्ष्मी कभी भी एक स्थान पर अधिक समय तक नहीं टिकतीं। ऐसी स्थिति में खड़ी मां की मूर्ति उनके लचीलेपन को दर्शाती है। खड़ी मुद्रा में देवी लक्ष्मी की मूर्ति घर में उनकी उपस्थिति के साथ-साथ घर से जल्दी प्रस्थान का संकेत भी मानी जाती है।

  • अगर देवी लक्ष्मी की मूर्ति खड़ी मुद्रा में है तो यह इस बात का संकेत है कि घर में कभी भी धन नहीं टिकेगा। पैसा जितनी जल्दी घर में आता है उतनी ही जल्दी चला जाता है।
  • घर में अधिक खर्च की समस्या बनी रहेगी और समय-समय पर पैसों की कमी भी आपको परेशान करती रहेगी। हमेशा देवी लक्ष्मी की बैठी हुई मूर्ति लाएं।
  • कमल पर बैठी हुई देवी लक्ष्मी की मूर्ति इस बात का संकेत देती है कि घर में देवी लक्ष्मी स्थायी रूप से निवास करती हैं और उनकी कृपा आप पर बनी हुई है। माता लक्ष्मी आपके घर आई हैं और वो चली भी जाएंगी लेकिन तुरंत नहीं बल्कि एक निश्चित समय के बाद। बैठी हुई देवी लक्ष्मी की मूर्ति सुख-समृद्धि का प्रतीक है।