शरीर में दर्द और इमोशनल स्ट्रेस का कनेक्शन: योगासन से पाएं राहतविषयवस्तु:शरीर में होने वाला दर्द सिर्फ शारीरिक कारणों से नहीं होता, बल्कि यह आपके भावनात्मक स्वास्थ्य से भी जुड़ा होता है। तनाव, चिंता, डर या गुस्सा कई बार शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द के रूप में प्रकट होते हैं। योग के जरिए न केवल शरीर की तकलीफों को कम किया जा सकता है, बल्कि इन दर्दों के मनोवैज्ञानिक कारणों को भी ठीक किया जा सकता है। आइए जानें, कौन से योगासन किस तरह के दर्द को दूर करने में मददगार होते हैं।
शरीर के अलग-अलग दर्द के लिए योगासन:
- कमर दर्द
- संभावित कारण: डर और असुरक्षा की भावना
- योगासन: कंधों को मोड़कर सीने तक टच करने का अभ्यास करें। यह पीठ और कमर को लचीला बनाता है और दर्द को कम करता है।
- हिप पेन
- संभावित कारण: बीते हुए दर्दनाक अनुभव और अनसुलझे इमोशंस
- योगासन: पश्चिमोत्तासन (Seated Forward Bend) करें, यह हिप्स और लोअर बैक के तनाव को दूर करता है।
- पेट में दर्द और असहजता
- संभावित कारण: एंजायटी और स्ट्रेस
- योगासन: कैट-काऊ पोज़ (Marjaryasana-Bitilasana) करें, जो पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है और पेट के दर्द को कम करता है।
- कंधों में दर्द और जकड़न
- संभावित कारण: गुस्सा और फ्रस्ट्रेशन
- योगासन: गरुड़ासन (Eagle Pose) करें, यह शोल्डर और अपर बैक के तनाव को दूर करने में मदद करता है।
- चेस्ट टाइटनेस और भारीपन
- संभावित कारण: गहरी उदासी और भावनात्मक दर्द
- योगासन: भुजंगासन (Cobra Pose) करें, जो सीने को खोलता है और श्वसन को बेहतर बनाता है।