विपक्षी गठबंधन ने ‘इंडिया’ नाम क्यों रखा…?’ कांग्रेस ने दिल्ली हाई कोर्ट में दिया जवाब

 सहयोगी पार्टी के लिए ‘INDIA’ नाम के इस्तेमाल के खिलाफ दायर याचिका पर कांग्रेस ने मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट में जवाब दिया. कांग्रेस ने याचिका को ‘राजनीति से प्रेरित’ बताते हुए खारिज करने की मांग की है.

दायर याचिका पर कांग्रेस ने जवाब दिया

कांग्रेस ने हाई कोर्ट में जवाब देते हुए कहा कि याचिकाकर्ता याचिका का ठोस आधार स्थापित करने में विफल रहा है. और ये याचिका न सिर्फ राजनीति से प्रेरित है, बल्कि राजनीतिक रणनीति बनाने के इरादे से दायर की गई है. इसके अलावा कांग्रेस ने अपने जवाब में आगे कहा है कि याचिकाकर्ता ने जानबूझकर यह तथ्य छुपाया है कि वह विश्व हिंदू परिषद से जुड़ा हुआ है. गौरतलब है कि कांग्रेस ने यह जवाब गिरीश भारद्वाज नाम के शख्स की याचिका पर दिया है. याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने 2 अप्रैल को सभी विपक्षी दलों को एक सप्ताह के भीतर अपना जवाब दाखिल करने का आदेश दिया था. भारद्वाज ने अपनी याचिका में मांग की है कि विपक्षी दलों को ‘इंडिया’ नाम का इस्तेमाल करने से रोका जाए, क्योंकि यह देश के नाम का अनुचित फायदा उठा रहा है। याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति मनमीत पीएस अरोड़ा की पीठ सुनवाई करेगी.

कांग्रेस ने और क्या कहा?

कांग्रेस ने अपना जवाब दाखिल करते हुए दावा किया कि यह बिल्कुल स्पष्ट है कि इस याचिका को दाखिल करने का मकसद अपनी राजनीतिक संबद्धता को मजबूत करना है. याचिकाकर्ता गठबंधन को भारत का नाम देने से कथित तौर पर हुए नुकसान का कोई सबूत देने में भी विफल रहा है। पार्टी ने कहा कि याचिकाकर्ता कानून में ऐसा कोई प्रावधान नहीं दिखा सका है जो पार्टियों को ‘इंडिया’ नाम अपनाने से रोकता हो. कांग्रेस ने कहा कि यह याचिका और कुछ नहीं बल्कि अदालत को राजनीति और चुनावी मामलों में शामिल करने का एक दुर्भावनापूर्ण और निरर्थक प्रयास है।

क्या है पूरा मामला?

पिछले साल जुलाई में विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का नाम India रखा था, जिसका मतलब भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन है। इसके बाद गिरीश भारद्वाज नाम के शख्स ने हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल की. उन्होंने मांग की कि अदालत पार्टियों को इंडिया नाम का इस्तेमाल करने से रोकने का निर्देश जारी करे। साथ ही केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को इस राजनीतिक दल के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दें. भारद्वाज ने कहा कि देश का नाम लेकर राहुल गांधी ने बड़ी चालाकी से यह दिखाने की कोशिश की कि बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी की लड़ाई हमारे देश के खिलाफ है. उन्होंने तर्क दिया कि इससे यह भ्रम पैदा हो गया है कि 2024 की लड़ाई राजनीतिक दलों या गठबंधन और हमारे देश के बीच होगी. उन्होंने यह भी तर्क दिया कि देश को गठबंधन में शामिल करने से नफरत को बढ़ावा मिल सकता है और राजनीतिक हिंसा का खतरा हो सकता है।