WHO का कहना है कि भारत में लोगों में मोटापा तेजी से बढ़ रहा

आजकल मोटापा एक बड़ी समस्या बन गया है। क्योंकि मोटापा कई बीमारियों का कारण होता है। मोटापे से मधुमेह, उच्च रक्तचाप, दिल का दौरा और हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। मोटापे के कारण उच्च रक्तचाप, मधुमेह और हाई बीपी का खतरा बढ़ जाता है। जिससे हार्ट फेल्योर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा रहता है।

आजकल की जीवनशैली और लोगों की भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण कोई भी व्यक्ति शारीरिक रूप से अपने शरीर को समय नहीं दे पाता है। इसलिए लोगों में मोटापा और वजन बढ़ना तेजी से बढ़ रहा है। WHO ने इसे लेकर चेतावनी जारी की है. 

इसको लेकर WHO ने अलर्ट किया है. भारत में मोटापा और अधिक वजन कई मायनों में चुनौती बनता जा रहा है। इसका मुख्य कारण शारीरिक गतिविधियों की कमी और उचित आहार का अभाव है। 

मोटापे को लेकर WHO ने दी चेतावनी

WHO ने पिछले 15 वर्षों में 15-49 आयु वर्ग की महिलाओं और 15-49 आयु वर्ग के पुरुषों में मोटापे और वजन का विश्लेषण किया है। जिसमें पाया गया कि महिलाओं में यह समस्या 12.6-24 प्रतिशत और पुरुषों में 9.3-22.9 प्रतिशत बढ़ी है। महिलाओं में मोटापे की रैंकिंग में भारत 197 देशों में से 182वें स्थान पर है। जबकि पुरुषों के मामले में हमारा देश 180वें स्थान पर है। ये सभी आंकड़े साल 2022 के मुताबिक हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 1975 के बाद से दुनिया में मोटापा और अधिक वजन तीन गुना हो गया है। 2040 तक भारत की जनसंख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।

किस राज्य में सबसे अधिक मोटे लोग हैं?

नीति आयोग के नवीनतम स्वास्थ्य सूचकांक के अनुसार, केरल भारत का सबसे स्वस्थ राज्य है। जबकि मोटापे का सबसे ज्यादा स्तर पंजाब में है. जहां करीब 14.2 फीसदी महिलाएं और 8.3 फीसदी पुरुष मोटापे और अधिक वजन की चपेट में हैं.

मोटापे का कारण 

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, आजकल लोग फलियां, साबुत अनाज, फल और सब्जियों की जगह प्रोसेस्ड और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट का अधिक सेवन कर रहे हैं, जिससे उनका वजन तेजी से बढ़ रहा है। यह आहार पशु उत्पादों, नमक, रिफाइंड तेल, अतिरिक्त चीनी पर आधारित है, जो तुरंत ऊर्जा देता है लेकिन इसके कारण शरीर में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और उच्च वसा जमा हो जाती है, जिससे मोटापा बढ़ता है। विशेषज्ञों के अनुसार, महिलाएं पुरुषों की तुलना में कम शारीरिक गतिविधि करती हैं और अपने खान-पान के प्रति अधिक लापरवाह होती हैं, जिसके कारण वे अधिक मोटापे की शिकार होती हैं।