एशिया कप ट्रॉफी उठाने वाला रहस्यमयी आदमी कौन है? टीम के साथ जश्न

एशियाई चैंपियन बनने के बाद जब टीम इंडिया ट्रॉफी के साथ जश्न मना रही थी, तब रोहित शर्मा ने मंच के बीच में एक अन्य व्यक्ति को बुलाया। इतना ही नहीं उन्हें एक ट्रॉफी भी दी गई. इस पल को टीवी पर देख रहे कई लोग ये जानने की कोशिश करने लगे कि ये शख्स कौन है? अगर आपके मन में भी यही सवाल है तो आइए उस शंका को दूर कर देते हैं। वह शख्स कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के थ्रोडाउन एक्सपर्ट राघवेंद्र उर्फ ​​रघु थे.

रहस्यमय आदमी कौन है?

एशिया कप 2023 के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया श्रीलंका को हराकर आठवीं बार खिताब जीतने में कामयाब रही। मैच में भारतीय टीम का एकतरफा प्रदर्शन देखने को मिला और मैच बहुत जल्दी खत्म हो गया। टीम के इस शानदार प्रदर्शन के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने भी अपने एक कदम से सभी का दिल जीत लिया. एशिया कप ट्रॉफी उठाने के बाद, रोहित ने जश्न के दौरान टीम के सहयोगी स्टाफ में शामिल थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट रघु उर्फ ​​राघवेंद्र को ट्रॉफी सौंपी।

भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने ट्रॉफी के साथ जश्न के दौरान रघु को मंच पर बुलाया। इसके बाद उन्होंने रघु को ट्रॉफी सौंपी और सभी खिलाड़ियों के साथ उन्होंने भी इस खिताबी जीत का जश्न मनाया. रघु सपोर्ट स्टाफ के उन सदस्यों में से एक हैं जिन्हें अक्सर पर्दे के पीछे अपना काम करते देखा जाता है।

रघु टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ के बेहद अहम सदस्य हैं

राघवेंद्र उर्फ ​​रघु की बात करें तो वह थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट हैं जो नेट प्रैक्टिस के दौरान तेज गति से गेंद फेंकते थे ताकि बल्लेबाज तेज गेंदबाजों के खिलाफ खुद को तैयार कर सकें। 2011-12 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान रघु टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ में शामिल हुए। इसके बाद 2014 में इंग्लैंड दौरे के लिए उन्हें फिर से सपोर्ट स्टाफ में शामिल किया गया और तब से वह टीम का हिस्सा हैं।

रघु को टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ में शामिल करने का श्रेय सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ को दिया जाता है. जब रघु बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में थे, तो उन्होंने सचिन और द्रविड़ को अभ्यास कराया। इसके बाद इन दोनों की सिफारिश के चलते रघु को सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा बनाने का फैसला लिया गया.