चपाती का आटा गूंथते समय मिला दीजिये ये जादुई सामग्री, तवे पर चपाती फूली-फूली नरम बनेगी, 2 दिन तक नरम बनी रहेगी

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सभी भारतीयों के दैनिक आहार में चपाती का महत्व अद्वितीय है। हर गृहिणी चाहती है कि उसकी घर की बनी चपाती हमेशा नरम, फूली और स्वादिष्ट हो। हालांकि, कई लोगों को यह नहीं पता होता है कि चपातियों को मुलायम और फूला हुआ कैसे बनाया जाता है। वास्तव में, एक सरल और आसानी से प्राप्त होने योग्य युक्ति है।

चपातियों को नरमता और फूली हुई बनावट क्या दे सकती है – आटा गूंधते समय एक चम्मच घी या दूध मिलाना। इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे कि ऐसा कैसे करें, ताकि आपकी चपातियां हमेशा नरम और फूली रहें।

आटा गूंथने की उचित विधि

चपाती का आटा घी या दूध से गूंथने की विधि बहुत महत्वपूर्ण है. – सबसे पहले आप एक कटोरे में गेहूं का आटा लें. इसमें एक चम्मच घी या दूध मिलाएं. – इसके बाद थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए आटा गूंथना शुरू करें. आटा गूंथते समय इसे हाथ से अच्छी तरह गूथ लीजिए ताकि यह नरम और लचीला हो जाए. आटा गूंथते समय अगर आप इस बात का ध्यान रखें कि आटा एकदम मुलायम और एक समान होना चाहिए, तो आपकी चपाती मुलायम और फूली-फूली बनेगी.

आटे को कुछ देर के लिये रख दीजिये

आटे को घी या दूध से गूंथने के बाद इसे कम से कम 20-30 मिनट के लिए ढककर रख दीजिए. इससे आटा ढीला हो जाता है और नरम हो जाता है. बेलने पर यह चपाती नरम और फूली हुई बनती है। आटे को कुछ देर के लिए रखना जरूरी है क्योंकि इससे आटे की बनावट में बड़ा फर्क पड़ता है.

चपाती बेलने का सही तरीका

– आटे को कुछ देर रखने के बाद इसकी छोटी-छोटी लोइयां बेल लें. – चपाती बेलते समय इस बात का ध्यान रखें कि वह पतली और एक समान हो. अगर बेलते समय चपाती फट जाये तो आटा अधिक गूथना पड़ता है. घी या दूध के आटे से बनी चपातियाँ बेलने पर आसानी से बेलती हैं और नरम और फूली रहती हैं। – चपाती को ज्यादा पतला या ज्यादा गाढ़ा न बेलें, इससे इसकी नरमता कम हो सकती है.

चपाती सेंकने का सही तरीका

चपातियाँ पकाते समय तापमान और विधि का उचित ध्यान रखें। सुनिश्चित करें कि पैन पर्याप्त गर्म हो। चपाती पकाते समय घी की हल्की परत लगा सकते हैं. लेकिन यही वह चीज़ है जो चपाती को नरम बनाती है और उसे सही बनावट देती है। – चपातियों को दोनों तरफ से पकाने के बाद तवे को हल्का सा झुका लीजिए और गैस पर हल्का सा दबा दीजिए ताकि चपाती फूल जाएं. इस तरह से पकायी गयी चपाती मुलायम और फूली हुई बनती है.

घी अथवा दूध के प्रयोग का महत्व |

चपाती का आटा गूंथते समय घी या दूध मिलाना फायदेमंद होता है. घी में मौजूद स्वस्थ वसा चपाती के आटे को गूंधते समय नरम और लचीला बनाता है। दूध में मौजूद प्रोटीन के कारण आटा अच्छे से गूंथा जाता है और चपाती को आवश्यक नमी मिल जाती है। इससे चपाती मुलायम और फूली हुई बनती है. घी या दूध मिलाने से चपाती का स्वाद बेहतर हो जाता है और वह जल्दी सूखने से बच जाती है।