राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बैठक में बताया कि राम दरबार का निर्माण कार्य नवंबर में पूरा हो जाएगा. राम दरबार की मूर्ति का लेआउट भी तैयार हो चुका है, जिसे अंतिम रूप भी दे दिया गया है. जल्द ही पत्थर पर प्रतिमा बनाने का काम शुरू हो जाएगा.
राम मंदिर निर्माण का काम 2 महीने पीछे
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य के बारे में अयोध्या राम मंदिर समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने जानकारी दी. राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष ने कहा कि पहली और दूसरी मंजिल का निर्माण कार्य 2025 की पहली तिमाही में पूरा हो जाएगा. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि मंदिर निर्माण का काम दो महीने पीछे चल रहा है. हमारा प्रयास है कि तय समय सीमा के अंदर निर्माण पूरा कर लिया जाये. नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि मंदिर के शिखर का निर्माण कार्य अक्टूबर के पहले सप्ताह में शुरू हो जाएगा.
राम मंदिर निर्माण कार्य को लेकर दो दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की. बैठक में उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य तय समय से दो माह विलंब से चल रहा है. उन्होंने कहा कि निर्माण समय पर पूरा करने पर जोर दिया जा रहा है. मजदूरों की संख्या बढ़कर 1600 हो गई है, उम्मीद है कि जल्द ही काम तेज गति से आगे बढ़ेगा। खराब मौसम के कारण काम प्रभावित हुआ.
राम दरबार के निर्माण कार्य पर क्या बोले नृपेंद्र मिश्रा?
बैठक में नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि राम दरबार का निर्माण कार्य नवंबर में पूरा हो जाएगा. राम दरबार की मूर्ति का लेआउट भी तैयार हो चुका है, जिसे अंतिम रूप भी दे दिया गया है. जल्द ही पत्थर पर प्रतिमा बनाने का काम शुरू हो जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि जैसे ही राम दरबार का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा, उसमें स्थापित होने वाली मूर्तियों के निर्माण का काम भी पूरा कर लिया जाएगा.
राम मंदिर परिसर में जल्द ही एक निःशुल्क अस्पताल शुरू किया जाएगा
डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और उनके स्वास्थ्य की देखभाल के लिए जल्द ही परिसर में एक निःशुल्क अस्पताल शुरू किया जाएगा. अस्पताल का शुभारंभ नवरात्र में किया जाएगा। अस्पताल यात्रियों को विशेष सुविधाएं और बेहतर गुणवत्ता वाली आपातकालीन देखभाल प्रदान करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रियों के इलाज के लिए विशेषज्ञों की एक टीम तैनात की जाएगी.