खट्टे फल कब नहीं खाने चाहिए

 

 मौसम काफी गर्म होने लगा है। ऐसे में खान-पान में बदलाव होगा और गर्मियों में स्वस्थ रहने के लिए हाइड्रेशन बहुत ज़रूरी हो जाता है। भरपूर पानी और इलेक्ट्रोलाइट युक्त पेय पदार्थों का सेवन करने के साथ-साथ, आहार में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना ज़रूरी है जो शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करते हैं, जैसे नींबू, संतरा और खट्टे फल। ये खट्टे फल विटामिन सी और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और हाइड्रेटिंग भी होते हैं, जिससे ये गर्मियों में बेहद फ़ायदेमंद होते हैं।

गर्मियों में हाइड्रेटेड रहने के लिए डाइट में संतरा, नींबू और आंवला जैसे खट्टे फल शामिल करने की सलाह दी जाती है। ये फल कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं, लेकिन खट्टे फलों का सेवन करने से पहले यह जानना जरूरी है कि इन्हें कब नहीं खाना चाहिए और सही समय क्या है।

खट्टे फल पोषक तत्वों का खजाना होते हैं। पौष्टिकता की बात करें तो खट्टे फलों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर है। इसके अलावा ये फल फाइबर, मिनरल्स और दूसरे विटामिन्स का भी अच्छा स्रोत हैं। सबसे अच्छी बात ये है कि इन फलों में कैलोरी कम होती है, इसलिए वजन बढ़ने का डर नहीं रहता। खट्टे फलों का सेवन आपकी सेहत और आपकी त्वचा दोनों के लिए फायदेमंद होता है।

खट्टे फल कब नहीं खाने चाहिए:

सुबह उठने के बाद या रात को सोने से पहले खाली पेट खट्टे फल नहीं खाने चाहिए। इनमें साइट्रिक एसिड की मौजूदगी की वजह से एसिडिटी हो सकती है। इससे बेचैनी, सीने में जलन और पाचन संबंधी अन्य समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही, खाने के तुरंत बाद खट्टे फल खाने से बचें।

कौन सा समय सही है:

दोपहर के नाश्ते में खट्टे फल शामिल किए जा सकते हैं। वैकल्पिक रूप से, भोजन से लगभग 30 मिनट पहले खट्टे फलों का सेवन किया जा सकता है, या भोजन के लगभग 1 घंटे बाद खट्टे फलों का सेवन करने में कोई समस्या नहीं है।

एक दिन में कितने खट्टे फल खाने चाहिए:

एक वयस्क पुरुष को प्रतिदिन लगभग 90 मिलीग्राम विटामिन सी की आवश्यकता होती है, जबकि एक वयस्क महिला को प्रतिदिन लगभग 75 मिलीग्राम विटामिन सी की आवश्यकता होती है। इसलिए प्रतिदिन 100 से 200 ग्राम खट्टे फलों का सेवन किया जा सकता है, हालांकि यह उनमें विटामिन सी की मात्रा पर निर्भर करता है।