जयपुर, 28 मई (हि.स.)। जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी के बयान पर सियासी विवाद शुरू हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को ट्वीट कर जलदाय मंत्री के बयान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यदि पेयजल मंत्री इस परिस्थिति में जनता को राहत पहुंचाने की क्षमता नहीं रखते तो उन्हें मुख्यमंत्री से अपने विभाग में बदलाव करने का निवेदन कर किसी जिम्मेदार व्यक्ति को काम करने देना चाहिए। इसके बाद कन्हैयालाल चौधरी ने गहलोत पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने पानी के महकमे का सत्यानाश किया।
चौधरी ने सोमवार को कहा था कि मैं फूंक मारकर, बालाजी बनकर पानी ला दूं, संभव नहीं। पानी तो जितना हमारे पास है, वही डिस्ट्रीब्यूट होगा। चौधरी के बयान पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा था कि राजस्थान सरकार के पेयजल मंत्री का बयान बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण और पानी की किल्लत से परेशान जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने वाला है। एक मंत्री द्वारा ऐसी भाषा इस्तेमाल करना शोभा नहीं देता। गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि राजस्थान में जल संकट हर गर्मियों में आता है, लेकिन पहले से प्लानिंग कर इसे आसानी से हल किया जा सकता है। छह महीने से सरकार में होने के बावजूद कोई योजना नहीं बनाई गई, इसलिए ऐसी परिस्थिति बनी और अब पेयजल मंत्री गैर जिम्मेदाराना बयानबाजी कर रहे हैं।
गहलोत ने लिखा कि पेयजल और बिजली संकट में राज्य सरकार, पीएचईडी, बिजली विभाग, जिला प्रशासन, नगरीय एवं पंचायती राज निकाय सभी की जिम्मेदारी थी कि पहले से योजना बनाई जाती। आकस्मिक परिस्थितियों से भी निपटने की तैयारी की जाती। ऐसा समय पर नहीं किया गया, इसलिए जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है, पर सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही है। मुख्यमंत्री को पेयजल और बिजली संकट पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाकर चर्चा करनी चाहिए और इसका हल निकाला जाना चाहिए।
कन्हैयालाल चौधरी ने गहलोत को जवाब देते हुए लिखा कि बालाजी महाराज के जल्दी ही सुंदरकांड के पाठ भी करवाऊंगा, जिससे कि बालाजी महाराज प्रसन्न हों और राजस्थान में जमकर बारिश भी हो। बालाजी महाराज पर विश्वास है कि आपको भी सद्बुद्धि देंगे। किसान का बेटा और भाजपा का कार्यकर्ता हूं। ‘नाकारा, निकम्मा और गद्दार’ कहकर काम नहीं चलाता, बल्कि मेहनत के साथ बालाजी महाराज को याद रखता हूं। गहलोत साहब जनता सब जानती है आप परेशान क्यों हैं? आपको चिंता है कि कहीं लोकसभा चुनाव में आपके पुत्र की हार के बाद आपकी राजनीति सिमट न जाए। तो बयानों पर बयान देकर अपने आप को चर्चाओं में रखना चाहते हैं। दूसरी आपको यह भी चिंता है कि कहीं जल जीवन मिशन में आपकी सरकार में जो भ्रष्टाचार हुआ, उसकी अब और ज्यादा पोल न खुले, क्योंकि आपकी सरकार के पेयजल भ्रष्टाचार के एक के बाद एक मामले जो उजागर हो रहे हैं। और हां, आपकी सरकार के दौरान जिन कमाऊ ठेकेदारों को आप गोद में खिला रहे थे, उनकी पोल भाजपा सरकार में खुल रही है और उनके खिलाफ कार्रवाई भी जारी है।
चौधरी ने आगे लिखा कि जल प्रबंधन को लेकर हमारी सरकार बेहद गंभीर है। आपने जल महकमे का जो सत्यानाश किया गया था, उसे सुधारने में तो हम अनवरत काम कर रहे हैं, साथ ही प्रदेश परिवार के लिए पेयजल की व्यवस्था करने में हम जी जान से जुटे हुए हैं।