बदलते मौसम में वायरल फीवर से बचने के लिए क्या करें? डॉक्टर ने दिए अहम टिप्स

वायरल फीवर से खुद को कैसे बचाएं:  वायरल फीवर एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो खास तौर पर मानसून और बदलते मौसम के दौरान देखने को मिलती है। यह वायरस के संक्रमण के कारण होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है। बुखार के अलावा सिरदर्द, गले में खराश, बदन दर्द और कमजोरी जैसी समस्याएं आम तौर पर देखने को मिलती हैं। वायरल फीवर कई तरह का हो सकता है,इससे बचने के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

वायरल बुखार से कैसे बचें?

1. हाथ की स्वच्छता बनाए रखें

वायरस का संक्रमण सबसे पहले आपके हाथों से फैल सकता है, क्योंकि दिन भर में आप कई ऐसी जगहों को छूते हैं जहाँ वायरस हो सकता है। इसलिए, नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोना बहुत ज़रूरी है। अगर आप बाहर हैं और पानी उपलब्ध नहीं है, तो सैनिटाइज़र का इस्तेमाल करें।

2. भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें

भीड़-भाड़ वाली जगहों पर वायरल संक्रमण तेज़ी से फैल सकता है। ऐसे में पब्लिक ट्रांसपोर्ट, बाज़ार और दूसरी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। अगर जाना ज़रूरी हो तो मास्क पहनें ताकि वायरस के संपर्क में आने का ख़तरा कम हो सके।

3. स्वस्थ आहार लें

आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होनी चाहिए ताकि आप वायरल संक्रमण से लड़ सकें। इसके लिए अपने आहार में ज़्यादा से ज़्यादा फल, हरी सब्ज़ियाँ, विटामिन सी और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें। अदरक, तुलसी, शहद और नींबू जैसे घरेलू नुस्खे भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं।

4. पर्याप्त पानी पिएं

हाइड्रेशन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। शरीर को हाइड्रेट रखना वायरल बुखार से बचने में मददगार हो सकता है। दिनभर में 8 से 10 गिलास पानी पिएं। इसके अलावा ताजे फलों के जूस और सूप का सेवन भी शरीर को ऊर्जा देता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।

5. आराम करें

वायरल बुखार के लक्षण दिखने पर सबसे पहले शरीर को आराम दें। आराम करने से शरीर जल्दी ठीक हो जाता है और आप बेहतर महसूस करने लगते हैं। सोने का समय और नींद की गुणवत्ता भी बेहतर होनी चाहिए। कम से कम 7-8 घंटे सोना ज़रूरी है।

6. डॉक्टर से परामर्श लें

अगर आपको वायरल फीवर के लक्षण जैसे बुखार, खांसी, गले में खराश या शरीर में तेज दर्द महसूस हो रहा है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों के साथ-साथ कुछ सावधानियां बरतना भी जरूरी है।