क्या है ‘उड़ान पाकिस्तान’, 30 साल बाद फिर क्यों पकड़ी भारत की राह; 5E में छिपे शरीफ के कैसे सपने

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पड़ोसी देश पाकिस्तान में 30 साल बाद पंचवर्षीय योजना की शुरुआत हुई है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 31 दिसंबर 2024 को राष्ट्रीय आर्थिक परिवर्तन योजना 2024-29 की औपचारिक घोषणा की। इसे ‘उड़ान पाकिस्तान: घरेलू राष्ट्रीय आर्थिक योजना’ नाम दिया गया है। इस योजना का उद्देश्य पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देना है। पांच ई (5E) पर आधारित इस योजना में ई-गवर्नेंस, समानता, निर्यात, ऊर्जा, और पर्यावरण को प्राथमिकता दी गई है।

‘उड़ान पाकिस्तान’ योजना के मुख्य उद्देश्य

योजना का लक्ष्य देश को आर्थिक स्थिरता और विकास की ओर ले जाना है। पाकिस्तान की सरकार ने पांच प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया है:

  1. निर्यात (Export): वैश्विक बाजार में पाकिस्तान की हिस्सेदारी बढ़ाना।
  2. ई-पाकिस्तान (E-Governance): डिजिटल पाकिस्तान का निर्माण।
  3. समानता और सशक्तिकरण (Equity and Empowerment): समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाना।
  4. पर्यावरण, खाद्य और जल सुरक्षा: प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और खाद्य सुरक्षा।
  5. ऊर्जा और बुनियादी ढांचा (Energy and Infrastructure): ऊर्जा संकट को हल करना और बुनियादी ढांचे का विकास।

शहबाज शरीफ का विज़न और प्रतिबद्धता

इस्लामाबाद में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने योजना की शुरुआत करते हुए कहा,
“यह सिर्फ एक दस्तावेज़ नहीं, बल्कि पाकिस्तान के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला है। पिछले नौ महीनों में हमने संघीय और प्रांतीय सरकारों और साझेदारों के साथ मिलकर आर्थिक स्थिरता की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं।”
उन्होंने वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब, योजना मंत्री अहसान इकबाल और उप-प्रधानमंत्री इशाक डार के प्रयासों की सराहना की।

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि यह योजना पाकिस्तान के विकास की दिशा में एक लंबी यात्रा की शुरुआत है। उन्होंने कहा,
“हमें इस लक्ष्य तक पहुँचने के लिए बलिदान, खून और पसीने से काम करना होगा। यह पाकिस्तान के खोए हुए स्थान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वापस पाने का मौका है।”

पाकिस्तान की पंचवर्षीय योजनाओं का इतिहास

पाकिस्तान में पंचवर्षीय योजनाओं का इतिहास भारत के कुछ वर्षों बाद शुरू हुआ।

  • 1947 में भारत की आजादी के बाद, पंडित जवाहरलाल नेहरू की अगुवाई में 1951 में पहली पंचवर्षीय योजना लागू हुई।
  • पाकिस्तान ने 1955 में अपनी पहली पंचवर्षीय योजना पेश की।
  • आखिरी सफल पंचवर्षीय योजना 1993-98 के बीच लागू की गई थी।
  • 2004 में, पंचवर्षीय योजना का नाम बदलकर मध्यम अवधि विकास रूपरेखा कर दिया गया था।

पिछले 30 वर्षों से पाकिस्तान किसी भी दीर्घकालिक योजना को लागू करने में असमर्थ रहा, जिससे आर्थिक अस्थिरता बढ़ी।

प्रधानमंत्री का निर्यात दोगुना करने का लक्ष्य

अप्रैल 2024 में, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के निर्यात को दोगुना करने के लिए एक व्यापक रणनीति बनाने की घोषणा की थी। उन्होंने व्यापार मंत्रालय को उद्यमियों और हितधारकों के परामर्श से एक नई निर्यात रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया था। पंचवर्षीय योजना उसी प्रयास का हिस्सा है।

मुख्य चुनौती और आगे की राह

पाकिस्तान को अगले पाँच वर्षों में निम्नलिखित चुनौतियों का सामना करना होगा:

  • ऊर्जा संकट: औद्योगिक उत्पादन को सुचारू रखने के लिए पर्याप्त ऊर्जा आपूर्ति।
  • विदेशी निवेश: अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का भरोसा जीतना।
  • सामाजिक समानता: समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाना।
  • पर्यावरण संरक्षण: जलवायु परिवर्तन के खतरों का समाधान।

प्रधानमंत्री शरीफ ने यह स्पष्ट किया कि इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सरकार, उद्योग, और नागरिक समाज को एकजुट होकर काम करना होगा।

पाकिस्तान के लिए ‘उड़ान योजना’ क्यों महत्वपूर्ण है?

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ वर्षों से भारी दबाव में है। बढ़ते कर्ज, गिरते निर्यात, और राजनीतिक अस्थिरता ने आर्थिक विकास को बाधित किया है। ‘उड़ान पाकिस्तान’ योजना इन चुनौतियों को दूर करने के लिए एक रणनीतिक प्रयास है।

योजना की सफलता इस पर निर्भर करेगी कि सरकार इसे कितनी गंभीरता और प्रतिबद्धता के साथ लागू करती है। यह योजना न केवल आर्थिक स्थिरता, बल्कि पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को भी सुधारने में सहायक हो सकती है।