सहारनपुर लोकसभा सीट: मुस्लिम बाहुल्य सीट पर क्या कहता है जातीय समीकरण

सहारनपुर, 09 मार्च (हि.स.)। लोकसभा 2024 में होने वाला चुनाव अब बहुत नजदीक है, ऐसे में चुनाव को लेकर जीत-हार की चर्चा जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। राजनीतिक सूरमाओं ने भी टिकट को लेकर दौड़-भाग तेज कर रखी है।

बात करते हैं कि उत्तर प्रदेश की पहली लोकसभा सीट सहारनपुर की। मुस्लिम बाहुल्य वाली इस सीट पर करीब सात लाख से ज्यादा मुस्लिम वोटर हैं। इसके अलावा ग्यारह लाख हिन्दू व अन्य वोटरों को मिलाकर यहां कुल 18 लाख मतदाता रहते हैं। राजनीति के धुरंधरों का समीकरण बिगड़ाने और बनाने में मुस्लिम वोटरों का अहम किरदार इस सीट पर माना जाता है। यही वजह है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सहारनपुर के लोगों ने मुस्लिम प्रत्याशी का चुनाव कर लोकसभा तक पहुंचाया। वर्तमान में इस सीट से बसपा के हाजी फजुर्लरहमान सांसद हैं।

इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा इस सीट को हथियाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। यही कारण है कि इस सीट पर कमल खिलाने के लिए भाजपा मुस्लिम वोटरों को भी साधने में लगी है। पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा के प्रत्याशी हाजी फजुलर्रहमान को 5,14,139 वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर रहे भाजपा के राघव लखनपाल शर्मा को 4,91,722 वोट पड़े थे। भाजपा प्रत्याशी बसपा उम्मीदवार से महज 20 हजार वोटों से हार गए थे। वहीं तीसरे नंबर पर कांग्रेस के इमरान मसूद थे। इन्हें दो लाख से ज्यादा वोट मिले थे।

बीते लोकसभा 2019 में हार का मलाल भाजपा को है लेेकिन इस बार पार्टी उस हार का हिसाब पूरा करना चाहती है। इसको लेकर भाजपा ने तैयारियां भी तेज कर दी हैं। यूपी की 80 लोकसभा सीटों में से भाजपा की उन 17 सीटों पर नजर सबसे ज्यादा है जो 2019 में हार गई थी। इनमें से एक सहारनपुर की सीट भी शामिल है।

सियासी आंकड़ों की बात की जाए तो सहारनपुर में सबसे ज्यादा राज कांग्रेस ने किया है। करीब तीन बार बसपा और दो-दो बार भाजपा और जनता पार्टी का कब्जा रहा है। इस शहर की आबादी की बात करें तो यहां करीब 56 प्रतिशत हिंदू और 43 प्रतिशत जनसंख्या मुस्लिम समुदाय के लोगों की है। 2019 में यहां करीब 1230443 मतदाताओं ने वोट डाला था, जिसमें करीब 54 प्रतिशत पुरुष और 41 फीसदी महिलाओं ने हिस्सा लिया था। सहारनपुर में सबसे पहला चुनाव 1952 में हुआ था। 1977 तक इस सीट पर कांग्रेस ने ही राज किया। इसके बाद इमरजेंसी लग गई थी। 1977 में इमरजेंसी के बाद हुए चुनाव से लेकर 1996 तक इस सीट पर जनता दल या जनता पार्टी का कब्जा रहा। 1996 से 1998 तक यह सीट भाजपा के खाते में चली गई। 1999 के चुनाव में ये सीट बसपा ने अपने कब्जे में कर ली। इसके बाद पांच साल तक यहां बसपा का सांसद रहा। 2004 में एक बार फिर चुनाव हुआ तो यह सीट सपा ने जीत ली। 2009 में बसपा ने एक बार फिर ये सीट अपने कब्जे में कर ली। 2014 में मोदी लहर में ये सीट भाजपा के खाते में चली गई, लेकिन 2019 में सपा-बसपा गठजोड़ के कारण भाजपा ये सीट हार गई और एक बार फिर इस सीट पर बसपा ने कब्जा जमा लिया।

कब कौन बना सांसद

1952 से 1975 तक कांग्रेस का राज रहा। इस बीच दो बार अजित प्रसाद और तीन बार सुंदरलाल सांसद चुने गए। 1975 में लगी इमरजेंसी का खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा और उसके हाथ से यह सीट चली गई। 1977 से 1980 तक जनता पार्टी के रशीद मसूद सांसद रहे। फिर 1984 के चुनाव में कांग्रेस के चौधरी यशपाल सिंह ने ये सीट हासिल कर ली। 1989 से 1991 तक जनता दल के रशीद मसूद, 1996 से 1998 तक भाजपा के नकली सिंह, 1999 में बसपा के मंसूर अली खान, 2004 में सपा के रशीद मसूद, 2009 में बसपा के जगदीश सिंह राणा, 2014 में भाजपा के राघव लखनपाल और 2019 में बसपा के हाजी फजुलर्रहमान सांसद चुने गए।

क्या है सहारनपुर का इतिहास? कब हुई इस शहर की स्थापना

पुरातात्विक सर्वेक्षण के अनुसार सहारनपुर में भारतीय पुरातन संस्कृति के प्रमाण उपलब्ध हैं। यहां के प्रारम्भिक निवासियों को 2000 ईं पूर्व में व सिन्धु घाटी सभ्यता से भी जोड़ा गया है। यहां के अंबकेरी, बड़गांव व हुलास गांव से हड़प्पा संस्कृति के सामान बहुत सारी वस्तुएं में मिलीं। यहां के नक्कुड़ कस्बा महाभारतकालीन है जिसे नकुल के द्वारा बसाया गया था।

यूपी की 80 लोकसभा सीटों में सबसे पहला लोकसभा क्षेत्र सहारनपुर ही है। सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 6 विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिसमें सहारनपुर नगर, सहारनपुर देहात, देवबंद, बेहट और रामपुर मनिहरण शामिल हैं। 2011 की जनगणना के मुताबिक 3860 किलोमीटर वर्ग में फैले इस शहर की आबादी करीब 34 लाख 66 हजार 382 है।

वर्तमान में यहां की पांच विधानसभा सीटों में तीन पर भाजपा का राज है, जबकि दो सीटों पर समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की है। बेहट विधानसभा सीट से सपा के उमर अली खान ने परचम लहराया था तो वहीं सहारनपुर नगर में भाजपा के राजीव गुम्बर चुनाव जीते थे। सहारनपुर में सपा के आशु मलिक, देवबंद में भाजपा के ब्रिजेश सिंह और रामपुर मनिहाराना (एससी) पर भाजपा के देवेंद्र कुमार निम विधायक हैं।

2024 की ताजा मतदाता सूची के अनुसार सहारनपुर लोकसभा में कुल 1844197 मतदाता हैं जिसमें 974625 पुरुष, 869478 महिला व 94 ट्रांसजैंडर मतदाता हैं।