पाकिस्तान की नई सरकार से क्या चाहता है तालिबान

पाकिस्तान में नई सरकार के गठन के बाद अफगानिस्तान ने पड़ोसी देश के साथ रिश्ते सुधारने की पहल की है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारना दोनों देशों के लिए जरूरी है. अफगान सरकार के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने पाकिस्तान की नई सरकार से अफगान शरणार्थियों के निर्वासन पर नरमी बरतने की अपील की है. जबीउल्लाह मुजाहिद ने अपने बयान में कहा कि इस्लामिक अमीरात में तालिबान सरकार बनने के बाद से उन्होंने पाकिस्तान समेत अपने सभी पड़ोसियों के साथ अच्छे रिश्ते बनाने की कोशिश की है.

उन्होंने आगे कहा, ”अफगानिस्तान को भी पाकिस्तान के साथ अच्छे संबंधों की जरूरत है, हम चाहते हैं कि पाकिस्तान अफगानिस्तान के साथ विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी प्रगति करे और नई सरकार हमसे जुड़ी सभी समस्याओं के समाधान के लिए कदम उठाए.”

तालिबान सरकार बनने के बाद उम्मीद की जा रही थी कि दोनों मुस्लिम देशों के बीच रिश्ते अच्छे बने रहेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, पिछले साल अनवर-उल-हक कक्कड़ के नेतृत्व वाली कार्यवाहक सरकार ने पाकिस्तान में अवैध रूप से रह रहे 11 लाख अफगानियों को बाहर निकालने की घोषणा की, जिसके बाद तालिबान और पाकिस्तान सरकार के बीच तनाव पैदा हो गया. इसके अलावा पाकिस्तान ने अपने यहां होने वाले कई धमाकों के लिए अफगान तालिबान से जुड़े संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है.

अफगानिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद ने भी शरणार्थियों के प्रति पाकिस्तानी अधिकारियों के क्रूर रवैये को खत्म करने की अपील की है। शरणार्थियों को वापस भेजने पर उन्होंने कहा, ”इस तरह की कार्रवाइयों ने मुद्दों का समाधान खोजने के बजाय और अधिक समस्याएं पैदा की हैं।

इमरान खान के सत्ता से बेदखल होने के बाद पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार के साथ अफगानिस्तान के रिश्ते लगातार खराब हो गए हैं. अब तालिबान पाकिस्तान की नई सरकार के साथ रिश्ते सुधारने की कोशिश कर रहा है. हाल ही में अफगान विदेश मंत्री आमिर खान ने काबुल में भारतीय अधिकारियों से मुलाकात की और राजनयिक संबंधों पर चर्चा की. चीन पहले ही तालिबान सरकार के साथ अपने संबंध स्थापित कर चुका है।