आमतौर पर माना जाता है कि जोड़ों के दर्द यानी गठिया का मुख्य कारण कैल्शियम की कमी है, लेकिन ऐसा नहीं है, विटामिन डी की कमी भी जोड़ों के दर्द का कारण बनती है। कई अध्ययनों में यह बात सामने आ चुकी है। जोड़ों के दर्द और गठिया से पीड़ित अधिकतर मरीजों में विटामिन डी की कमी पाई गई है।
दरअसल, विटामिन डी का मुख्य स्रोत सूरज की रोशनी है, जो न सिर्फ हड्डियों के लिए बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। आजकल लोग दिनचर्या में व्यस्तता के कारण धूप में बाहर जाना और घर के अंदर रहना पसंद नहीं करते हैं, जिसके कारण यह विटामिन उन तक नहीं पहुंच पाता है और घुटनों या जोड़ों में दर्द होने लगता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए क्या किया जा सकता है?
जब हमारी त्वचा सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आती है, तो कोलेस्ट्रॉल से विटामिन डी बनता है। विटामिन डी हड्डियों और दांतों के लिए बहुत जरूरी है।
बच्चों में इसकी कमी से रिकेट्स होता है, उनकी हड्डियाँ मुलायम हो जाती हैं, जबकि वयस्कों में इसकी कमी से हड्डियाँ पतली होने या ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है, जिससे हड्डियाँ टूटने लगती हैं, इसलिए इस विटामिन की कमी को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
विटामिन डी की कमी के लक्षण: पहले से ज्यादा थकान महसूस होना, सो जाने के बावजूद अच्छी नींद न आना, बैठे-बैठे नींद न आना, पैरों में दर्द, जोड़ों में आवाज, चिड़चिड़ापन, बालों का झड़ना बढ़ जाना, मांसपेशियों में कमजोरी, बार-बार बीमार होना। , त्वचा पीली दिखती है