पिछले हफ्ते की शानदार बढ़त के बाद, भारतीय शेयर बाजार में इस हफ्ते भी तेजी जारी रही। सोमवार के बाद मंगलवार, 25 मार्च को भी निफ्टी 50 और सेंसेक्स हरे निशान में खुले, जिससे निवेशकों का उत्साह बढ़ा। निफ्टी 23,751 पर खुलकर 23,869 के उच्चतम स्तर तक पहुंचा, जबकि सेंसेक्स 78,296 पर खुलकर 78,741 के उच्चतम स्तर तक गया।
शेयर बाजार में तेजी के पीछे 5 बड़े कारण
चौथी तिमाही के मजबूत नतीजों की उम्मीद
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भारत की GDP ग्रोथ 6.2% रही, जिससे वित्तीय वर्ष 2026-27 में पूंजीगत खर्च बढ़ने की संभावना है।
RBI की ब्याज दरों में कटौती की संभावनाएं
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US फेड बैठक के बाद, RBI द्वारा अप्रैल 2025 में रेट कटौती की अटकलों ने बाजार को मजबूती दी।
विदेशी निवेशकों की खरीदारी बढ़ी
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FIIs ने पिछले हफ्ते कैश मार्केट में ₹5,819 करोड़ की शुद्ध खरीदारी की, जिससे बाजार में लिक्विडिटी बढ़ी।
भारतीय अर्थव्यवस्था का मजबूत भविष्य
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मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, भारत 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
रुपये की स्थिरता और निवेशकों का भरोसा
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रुपये की स्थिरता और ब्याज दरों में संभावित कटौती से विदेशी निवेशकों का रुझान भारतीय बाजार की ओर बढ़ा।
बैंक निफ्टी, मिड-कैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स भी मजबूत
बैंक निफ्टी: 7.59% की बढ़त के साथ 52,063 के हाई तक पहुंचा।
मिड-कैप और स्मॉल-कैप: छह सत्रों में 9.14% तक की बढ़ोतरी दर्ज की।
क्या तेजी जारी रहेगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार की यह तेजी 2 अप्रैल को डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ संबंधी ऐलान से प्रभावित हो सकती है। ऐसे में निवेशकों को सतर्क रहते हुए रणनीतिक निवेश करना चाहिए।