West Bengal Politics : ममता बनर्जी का बीजेपी पर तीखा वार बंगाली संस्कृति और भाषा के अपमान का मुद्दा उठाया
News India Live, Digital Desk: West Bengal Politics : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को महान समाज सुधारक और शिक्षाविद् ईश्वर चंद्र विद्यासागर को उनकी 134वीं पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी भाजपा पर भी निशाना साधा और आरोप लगाया कि केंद्र में सत्ताधारी दल पश्चिम बंगाल में बंगाली भाषा और संस्कृति पर हमला कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि "आज उस व्यक्ति को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिसने सामाजिक कुरीतियों को दूर करने और महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जीवन भर संघर्ष किया।" उन्होंने विद्यासागर के योगदान को याद करते हुए, आधुनिक बंगाल और भारत के सामाजिक-शैक्षणिक विकास में उनके अमूल्य कार्यों पर प्रकाश डाला। विद्यासागर को एक ऐसे समाज सुधारक के रूप में याद किया जाता है जिन्होंने विधवा पुनर्विवाह को वैध बनाने और बाल विवाह को रोकने के लिए अथक प्रयास किए थे।
ममता बनर्जी ने विद्यासागर की विरासत को अपनी सरकार की नीतियों के साथ जोड़ते हुए कहा कि उनकी सरकार विद्यासागर के दिखाए रास्ते पर चल रही है और महिला सशक्तिकरण और शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही है। उन्होंने आगे बढ़ते हुए, भाजपा पर "बंगाली भाषा पर हमला" करने और राज्य की समृद्ध संस्कृति और विरासत को कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। हालांकि, उन्होंने अपने बयान में किसी विशेष घटना या टिप्पणी का सीधा जिक्र नहीं किया, लेकिन उनका यह आरोप भाजपा के साथ उनके लंबे राजनीतिक संघर्ष का हिस्सा रहा है।
पिछले कुछ समय से तृणमूल कांग्रेस टीएमसी लगातार भाजपा पर 'बाहरी' होने और बंगाली संस्कृति को न समझने या उसका अनादर करने का आरोप लगाती रही है। यह भाषा और क्षेत्रीय अस्मिता का मुद्दा बंगाल की राजनीति में एक महत्वपूर्ण पहलू बन गया है, खासकर चुनावों के दौरान। टीएमसी अक्सर खुद को बंगाली पहचान और संस्कृति के संरक्षक के रूप में प्रस्तुत करती है, जबकि भाजपा को राज्य के बाहर की पार्टी के रूप में दर्शाने की कोशिश करती है। इस तरह के बयानबाजी से यह साफ है कि बंगाली भाषा, संस्कृति और विरासत पश्चिम बंगाल की राजनीति में हमेशा एक संवेदनशील और महत्वपूर्ण मुद्दा बनी रहेगी।
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