मौसम अपडेट: उत्तर भारत में भीषण गर्मी से फिलहाल राहत की उम्मीद नहीं है. सुबह होते ही सूरज की तपिश लोगों की मुश्किलें बढ़ा रही है। मौसम विभाग ने गर्मी को देखते हुए रेड अलर्ट घोषित कर दिया है. ऐसे में लोगों को अभी भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा.
देश के ज्यादातर हिस्सों में भीषण गर्मी जारी है. लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पिछले पांच दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है, जिससे जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.
मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के लिए राजस्थान, पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। आईएमडी ने कहा कि इन राज्यों के कई जिलों में दिन का अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस को पार कर सकता है।
मौसम विभाग के मुताबिक अभी भीषण गर्मी जारी रहेगी. आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेश कुमार ने कहा, “अगले 5 दिनों के लिए राजस्थान, उत्तर प्रदेश के लिए हीट वेव का रेड अलर्ट और मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्से के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। तमिलनाडु, केरल में अगले 2-3 दिनों तक बारिश होगी।”
उन्होंने कहा, ”पश्चिमी विक्षोभ के कारण पंजाब और हरियाणा में अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन उसके बाद इसमें धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी होगी. हमने पहले ही इन दोनों राज्यों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी कर दिया है. अगले पांच दिनों के लिए पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के लिए रेड अलर्ट और मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
जबकि उत्तर में चिलचिलाती गर्मी है, दक्षिण में कुछ राहत मिलने की संभावना है, क्योंकि आईएमडी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में तमिलनाडु और केरल में 12 सेमी तक भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। इस बीच तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले के आसपास के इलाकों में लगातार बारिश देखने को मिली.
उत्तर भारत की बात करें तो मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के लिए लू का रेड अलर्ट जारी किया है. आईएमडी द्वारा राष्ट्रीय राजधानी और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों के लिए ‘रेड अलर्ट’ घोषित करने के साथ, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को खासकर रात 11 बजे से सुबह 4 बजे के बीच बाहर न निकलने की चेतावनी दी है, क्योंकि इससे उनके स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। इसके साथ ही लोगों को गर्मी को देखते हुए बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है.