Weather havoc in Jharkhand: आईएमडी ने दी चेतावनी जानें किन जिलों पर होगी जोरदार बारिश
News India Live, Digital Desk: झारखंड के लोगों के लिए मौसम विभाग IMD ने अगले 48 घंटों के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। राज्य के कुल 19 जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें भारी बारिश, तेज हवाएं 40-50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से) और वज्रपात बिजली गिरने की प्रबल संभावना जताई गई है। यह चेतावनी दर्शाती है कि राज्य में अगले दो दिनों तक मौसम काफी उथल-पुथल भरा रह सकता है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है।
किन जिलों के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है:
ऑरेंज अलर्ट गंभीर स्थिति के लिए: आमतौर पर यह चेतावनी उन क्षेत्रों के लिए होती है जहां अत्यधिक भारी बारिश (115.6 mm से 204.4 mm तक) या अन्य गंभीर मौसम घटनाओं की संभावना होती है। इस अलर्ट में प्रशासन को तत्काल कार्रवाई के लिए तैयार रहने की आवश्यकता होती है। (मूल लेख में जिलों का स्पष्ट विवरण नहीं है, इसलिए इसे सामान्यीकृत किया गया है)।
येलो अलर्ट नजर रखने की आवश्यकता: यह चेतावनी अपेक्षाकृत कम गंभीर, लेकिन ध्यान देने योग्य मौसम परिस्थितियों के लिए जारी की जाती है। इसमें मध्यम से भारी बारिश (64.5 mm से 115.5 mm तक), तेज़ हवाएं और बिजली गिरने की संभावना होती है, जिससे सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
अलर्ट में शामिल संभावित जिले:
संभावित रूप से राजधानी रांची समेत बोकारो, धनबाद, देवघर, गिरिडीह, गुमला, हजारीबाग, जामताड़ा, खूंटी, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा, पाकुड़, रामगढ़, सरायकेला-खरसावां, सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम और पूर्वी सिंहभूम जैसे जिले इस अलर्ट के दायरे में आ सकते हैं, हालांकि इसकी विस्तृत सूची के लिए स्थानीय मौसम विभाग से पुष्टि की जानी चाहिए।
क्या करें और क्या न करें सामान्य सलाह:
सुरक्षित स्थानों पर रहें: भारी बारिश और आंधी के दौरान घरों के अंदर या सुरक्षित इमारतों में रहें।
पेड़ों के नीचे न खड़े हों: बिजली गिरने और तेज हवाओं से पेड़ गिरने का खतरा रहता है।
खुले में जाने से बचें: वज्रपात से बचने के लिए खुले मैदानों, जल निकायों और ऊंचे स्थानों से दूर रहें।
जानवरों और धातुओं से दूर रहें: बिजली के उपकरणों, पानी और धातु की चीजों से दूरी बनाए रखें।
किसानों के लिए सलाह: खेत में काम करने से बचें और अपने पशुधन को सुरक्षित स्थान पर ले जाएं।
यह मौसमी चेतावनी मानसून की सक्रियता को दर्शाती है, लेकिन इसके साथ ही जनजीवन पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए पूरी सावधानी बरतना बेहद आवश्यक है। स्थानीय प्रशासन ने भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी होंगी।
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