देश में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के कारण गर्मी के मौसम में कई राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि देखने को मिल रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में गुरुवार से तीन दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा. इसके अलावा राजस्थान के 14 जिलों में भी बारिश का अलर्ट है. पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, बिहार और अंडमान निकोबार में भी बारिश हो सकती है. वहीं 13 अप्रैल के बाद जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के कुछ इलाकों में बर्फबारी की संभावना है.
मौसम विभाग ने बताया कि मौसम में बदलाव की वजह ईरान और पाकिस्तान से होते हुए उत्तर भारत तक पहुंचने वाली हवाएं यानी पश्चिमी विक्षोभ हैं. इसके चलते फरवरी, मार्च और अब अप्रैल में भी मौसम लगातार बदल रहा है। हालांकि, 15 अप्रैल के बाद मौसम फिर बदलेगा, जिसके बाद राज्यों में भीषण गर्मी पड़ने लगेगी।
13 और 14 अप्रैल को बारिश
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में तापमान 40 से 43 डिग्री के बीच दर्ज किया गया है. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में राजधानी दिल्ली का तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच सकता है. गुरुवार को आसमान में बादल छाए रहेंगे, जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट हो सकती है. हालांकि 13 और 14 अप्रैल को बारिश की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक, बारिश के बाद तापमान में चार से पांच डिग्री तक गिरावट हो सकती है. इससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है.
इन राज्यों में हो सकती है बारिश
मौसम विभाग ने कहा कि 11 से 13 अप्रैल के बीच मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इन राज्यों में तेज हवाएं (30-50 किमी प्रति घंटे) चल सकती हैं.
11 से 13 अप्रैल के बीच गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इसके अलावा, तेलंगाना, केरल, आंतरिक कर्नाटक में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। , तटीय आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु 11 से 15 अप्रैल के बीच।
11 से 12 अप्रैल के बीच पश्चिमी हिमालय में छिटपुट हल्की बारिश और बर्फबारी संभव है. 13 से 15 अप्रैल के बीच भारी बारिश हो सकती है. 13 और 14 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर और 14 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी की संभावना है.
इसी तरह 13 से 14 अप्रैल के बीच उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की भी संभावना है. 11 से 15 अप्रैल के बीच राजस्थान में धूल भरी आंधी और बिजली गिरने के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
देश में इस तरह बन रहा है मौसम का सिस्टम
मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर औसत समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर है. मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक निम्न दबाव रेखा बनती है और इसकी धुरी देशांतर के साथ औसत समुद्र तल से लगभग 5.8 किमी ऊपर होती है। यह 71° पूर्व और 30° उत्तरी अक्षांश के उत्तर तक जारी है।
इसके अलावा दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. इसी समय, एक ट्रफ रेखा दक्षिण-पूर्व राजस्थान से उत्तर प्रदेश, बिहार और निचले स्तर पर उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल से होते हुए उत्तर-पूर्व बांग्लादेश तक फैली हुई है। जबकि 12 अप्रैल से एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है।