रूस की राजधानी मॉस्को के एक कॉन्सर्ट हॉल में आतंकियों द्वारा किए गए हमले ने मुंबई में हुए आतंकी हमले की याद दिला दी है.
ऐसी खबरें भी सामने आई हैं कि अमेरिका ने पहले ही रूस को ऐसे हमले की चेतावनी दे दी थी जब मॉस्को में हुए हमले में 60 लोग मारे गए थे और 150 से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारियों को पता था कि हमले की योजना इस्लामिक स्टेट खुरासान द्वारा बनाई जा रही है और उन्होंने इस मुद्दे पर रूसी अधिकारियों को जानकारी भी दी थी.
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रियन वॉटसन ने भी इस मीडिया रिपोर्ट का समर्थन किया है और कहा है कि इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी सरकार को जानकारी मिली थी कि रूस पर योजनाबद्ध हमला होगा और यह भी पता था कि बड़े समारोह को निशाना बनाएंगे आतंकी विभाग ने रूस में रहने वाले अमेरिकी नागरिकों के लिए भी एडवाइजरी जारी की है.
उन्होंने आगे कहा कि अगर हमें किसी देश पर आतंकवादी हमले के बारे में गुप्त जानकारी मिलती है, तो हम उस देश के साथ जानकारी साझा करते हैं। हमने संभावित हमले के बारे में रूसी अधिकारियों को भी जानकारी प्रदान की है। आतंकवादी हमलों में यूक्रेन का कोई हाथ नहीं है।
हालांकि यह हमला पुतिन के दोबारा रूसी राष्ट्रपति चुने जाने के कुछ ही दिनों के भीतर हुआ है, वहीं पुतिन के आलोचक यह भी कह रहे हैं कि अगर पुतिन ने अमेरिकी चेतावनी को नजरअंदाज नहीं किया होता तो जान बचाई जा सकती थी।