आप अपने रिश्तों को प्यार और सम्मान से पोषित करती हैं, लेकिन कभी-कभी कुछ रिश्ते केवल कष्ट और मानसिक दबाव का कारण बन जाते हैं। ऐसे नकारात्मक रिश्तों को ढोना आपकी भावनात्मक और मानसिक सेहत को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, ज़रूरी है कि आप इन रिश्तों से दूरी बनाने का प्रयास करें। यहां कुछ उपाय दिए गए हैं जो आपको इस प्रक्रिया में मदद कर सकते हैं:
सच्चाई को स्वीकारें
पहला कदम यह है कि आप अपने नकारात्मक रिश्ते को पहचानें और स्वीकार करें। मनोविशेषज्ञ डॉ. समीर पारेख के अनुसार, खुद से कुछ सवाल पूछें:
- क्या वह व्यक्ति आपको हमेशा नीचा दिखाता है?
- क्या उसके साथ समय बिताने के बाद आप खुश महसूस करती हैं, या भीतर से खोखली?
- क्या आपकी भावनाएं उसके विचारों के मुकाबले महत्वपूर्ण नहीं होतीं?
- क्या आप अपने आत्म-सम्मान को खो रही हैं?
अगर इन सवालों के जवाब हां हैं, तो समझें कि आप एक नकारात्मक रिश्ते के बोझ को ढो रही हैं, जिसका असर आपकी जिंदगी, काम और स्वास्थ्य पर पड़ सकता है।
खुशी ‘ना’ में है
नकारात्मक रिश्ते को खत्म करने का पहला कदम ‘ना’ कहना है। यह आपके स्वतंत्र वजूद को स्थापित करेगा और यह दिखाएगा कि आपके लिए सम्मान कितना महत्वपूर्ण है। अगर आप हमेशा हां कहती रहेंगी, तो यह आपके लिए एक बंधन बन सकता है।
मानसिक दूरी बनाएं
किसी भी नकारात्मक रिश्ते से दूरी बनाने का मतलब यह नहीं है कि आप उनके बारे में बुरा सोचें या दूसरों के सामने उनका अपमान करें। अपने मन की शांति बनाए रखें और उनकी भलाई की कामना करें, भले ही आप उनसे दूर हों।
रिश्ते को एक मौका दें
कभी-कभी रिश्ते को सुधारने का प्रयास करना भी महत्वपूर्ण है। खुलकर बातचीत करें और स्थिति को सुलझाने का प्रयास करें। अगर संवाद के बाद भी कोई सकारात्मक बदलाव नहीं आता, तो बगैर किसी विवाद के रिश्ते से बाहर निकलने का निर्णय लें।
स्वयं को प्राथमिकता दें
आपको दूसरों से प्यार और सम्मान चाहिए, लेकिन यह सबसे पहले खुद से शुरू होता है। अपने आत्म-सम्मान को प्राथमिकता दें और नकारात्मक रिश्ते से दूरी बनाने में किसी भी अपराधबोध से बचें। याद रखें, जो लोग आपका लाभ उठाते हैं, वे तब तक ऐसा करते हैं जब तक आप खुद को उनकी तुलना में कमतर समझती हैं।
सीमाएं निर्धारित करें
डॉ. हेनरी क्लाउड और डॉ. जॉन टाउनसेंड के अनुसार, भावनात्मक सीमाएं हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करती हैं। इन सीमाओं का निर्धारण करने से आपको टॉक्सिक रिश्तों से बाहर निकलने में मदद मिलेगी और आप अपनी जिंदगी पर नियंत्रण पा सकेंगी।
नई शुरुआत का अनुभव करें
एक बार जब आप नकारात्मक रिश्ते से बाहर निकलने का निर्णय ले लेती हैं, तो आपकी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं। यह निर्णय आपको आपकी ताकत का अहसास कराता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है। अब आप अपने मूल्य को दूसरों के नजरिये से नहीं, बल्कि खुद के नजरिये से देखना सीखेंगी।
अपने लिए यह फैसला करना कठिन हो सकता है, लेकिन अपनी भलाई को प्राथमिकता देना और नकारात्मक रिश्तों से दूरी बनाना आपके जीवन में नई खुशियों और संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त करेगा।