बारिश: उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश का असर मैदानी इलाकों में देखने को मिल रहा है. ऋषिकेश और हरिद्वार में भारी बारिश के कारण गंगा और उसकी सहायक नदियाँ खतरे के निशान को पार कर गई हैं। गंगा के घाट और तट जलमग्न हैं. गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा को पार कर गया है।
त्रिवेणी घाट पूरी तरह जलमग्न हो गया है. इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक टीम तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर रही है. गंगा के घाटों और तटों पर जल पुलिस के जवान तैनात किये गये हैं. तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है.
तो वहीं हरिद्वार में गंगा का जलस्तर भी चेतावनी निशान के करीब पहुंच गया है. गंगा का जलस्तर खतरे के निशान 293 मीटर के करीब 292.65 मीटर पर पहुंच गया है. जिसके चलते गंगा के निचले इलाकों में अलर्ट कर दिया गया है. बारिश से बर्बाद हुई धान की फसल का सर्वे करने का आदेश दिया गया है, ताकि प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जा सके.
मौसम विभाग ने देहरादून समेत हरिद्वार, पौडी, बागेश्वर, नैनीताल, चंपावत और उधम सिंह नगर जिलों के ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है.
उत्तरकाशी, तिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग, अल्मोडा और पिथौरागढ के कुछ इलाकों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
इन सभी जिलों में तेज हवाओं के साथ कई दौर की भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों ने संवेदनशील इलाकों में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
बारिश के मद्देनजर बच्चों की सुरक्षा के लिए आज सभी जिलों में 12वीं कक्षा तक के सभी प्रकार के स्कूल बंद कर दिए गए हैं.