संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर विवाद हो गया, जहां सर्वे टीम और पुलिस पर स्थानीय लोगों ने जमकर पथराव किया. जिससे कई पुलिस अधिकारी और जवान घायल हो गये. हिंसक प्रदर्शन के दौरान फायरिंग भी हुई, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि पुलिस समेत 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए. घायलों में एसपी के पीआरओ, पीएसओ, डिप्टी कलेक्टर शामिल हैं. मंगलवार से ही इलाके में अशांति है.
स्थानीय अदालत में दावा किया गया है कि संभल की जामा मस्जिद को बाबर ने हरिहर मंदिर को तोड़कर बनवाया था, बाद में अदालत ने इस मस्जिद के सर्वेक्षण का आदेश दिया। सर्वे टीम के पहुंचने से पहले ही भारी भीड़ जुटने लगी थी. परिणामस्वरूप, सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई। पुलिस ने पहले शांति की अपील की थी लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ और प्रदर्शन कर रहे पुलिस पर हमला कर दिया गया.
मुरादाबाद के डिविजनल कमिश्नर अंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में आग लगा दी और पुलिस वाहनों पर पथराव किया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. कुछ अज्ञात लोगों ने फायरिंग की, एसपी के पीआरओ के पैर में गोली लगी, पीएसओ को छर्रे लगे, एक कांस्टेबल का सिर उड़ गया, डिप्टी कलेक्टर का पैर फ्रैक्चर हो गया. गोलीबारी में मारे गए तीन लोगों में नईम, बिलाल और नौमान शामिल थे. पुलिस ने गोलीबारी की घटना की जांच शुरू कर दी है. इसके साथ ही पुलिस ने दो महिलाओं समेत 10 लोगों को हिरासत में लिया है. इस पूरे हिंसक प्रदर्शन के दौरान भीड़ ने 10 से ज्यादा गाड़ियों में आग लगा दी.
एक तरफ हिंसक स्थिति थी तो दूसरी तरफ सर्वे टीम ने शांतिपूर्ण तरीके से मस्जिद के अंदर सर्वे का काम पूरा किया, अब टीम की ये रिपोर्ट 29 नवंबर को कोर्ट में पेश की जाएगी. फिलहाल मस्जिद के चारों तरफ बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं. फिलहाल पूरे इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी भी तैनात कर दिए गए हैं. कुछ लोगों ने छत से पुलिस पर पथराव कर दिया. जिससे कई जवान घायल हो गए. हालात को देखते हुए एसडीएम ने संभल में छतों पर पत्थर, सोडा की बोतलें या ज्वलनशील पदार्थ रखने पर रोक लगा दी है।