आतंकवाद को पनाह देने वाला देश पाकिस्तान आज उसी जाल में बुरी तरह फंस गया है। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में दो आदिवासी समूहों के बीच भीषण हिंसा भड़क उठी, जिसमें अब तक 36 लोग मारे जा चुके हैं. जबकि सैकड़ों लोग अभी भी घायल हैं. पांच दिन पहले दोनों गुटों के बीच जमकर मारपीट हुई थी, जिसमें हथियार भी चले थे.
हिंसा भड़कने की वजह?
पाकिस्तान के सबसे अशांत इलाकों में से एक खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में जमीन के एक टुकड़े को लेकर दो आदिवासी समूहों के बीच हिंसक झड़प हो गई. भीषण रूप धारण कर चुकी इस हिंसा में 36 लोग मारे गए थे. इस हिंसा को लेकर सरकारी अधिकारियों ने बताया कि इस गांव में पहले भी आदिवासी समूहों और धार्मिक समूहों के बीच घातक झड़पों के साथ-साथ सांप्रदायिक दंगे भी हो चुके हैं. इसके अलावा आतंकी हमले भी होते रहे हैं.
पुलिस की क्या प्रतिक्रिया है?
पाकिस्तान में हिंसा भड़कने के संबंध में पुलिस ने कहा कि अफगानिस्तान की सीमा से लगे अशांत क्षेत्र खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में पिछले पांच दिनों में आदिवासी हिंसा में 36 लोग मारे गए हैं. जबकि 162 लोग घायल हैं. घटना कुर्रम जिले के बोशेरा गांव की है. हालांकि पुलिस और सेना तैनात कर दी गई है.
गोलीबारी अभी भी जारी है
जानकारी के मुताबिक, कुछ समय पहले आदिवासी बुजुर्गों, सैन्य नेतृत्व, पुलिस और जिला प्रशासन की मदद से दो-तीन दिन में शिया और सुन्नी समुदाय के बीच सुलह करा दी गई थी. हालांकि, जिले के कुछ अन्य इलाकों में गोलीबारी जारी है. एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि अन्य इलाकों में भी हिंसा रोकने की कोशिशें की जा रही हैं.