पलामू, 18 मई (हि.स.)। जिले के पांकी प्रखंड के अति सुदूरवर्ती इलाके गरिहारा, जसपुर एवं हेडुम के ग्रामीण 20 मई को मतदान करेंगे। पांकी विधायक डा. शशि भूषण मेहता के समझाने पर सारे ग्रामीणों ने शनिवार को वोट बहिष्कार का निर्णय वापस ले लिया।
गरिहारा समेत अन्य गांव के ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं के तहत वोट बहिष्कार का निर्णय लिया था। दो दिन पहले पांकी के बीडीओ ने गांव में जाकर ग्रामीणों से बात की थी और उन्हें मतदान के महत्व को बताया था, लेकिन ग्रामीण 12 किलोमीटर लंबी सड़क निर्माण नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए वोट बहिष्कार के अपने निर्णय पर अड़े रहे।
इस बीच मतदान से दो दिन पूर्व शनिवार को पांकी विधायक डा. मेहता गरिहारा पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया। बताया कि सड़क निर्माण से संबंधित मामला 2023 से विभागीय सचिव के पास लंबित है। कछुआ चाल से कार्य होने के कारण टेंडर नहीं हो पाया है, लेकिन जैसे ही आचार संहिता खत्म होती है, तेजी से टेंडर प्रक्रिया पूरी कराकर दो महीने के भीतर सड़क निर्माण शुरू करा दी जायेगी।
विधायक ने कहा कि गरिहारा का इलाका 75 वर्ष से उपेक्षित है। इस इलाके में दलित, आदिवासी व पिछड़े रहते हैं, इस कारण पूर्व के जनप्रतिनिधि ने ध्यान नहीं दिया। उन्होंने ग्रामीणों के निर्णय एवं जागरूकता को सराहते हुए कहा कि अपनी समस्या का निदान करने के लिए उन्होंने बेहतर तरीका ढूंढा एवं अंत तक अड़े रहे।
विधायक ने मौके पर से ही पलामू उपायुक्त से सड़क पुल-पुलिया जैसी मूलभूत सुविधाओं के निर्माण का आश्वासन ग्रामीणों को दिलाया। उपायुक्त ने रिलोकेट किये गये मतदान केन्द्र जोलहबिगहा तक आवागमन हेतु वाहन उपलब्ध कराने की बात कही है।
कई घंटे तक बातचीत चलने के बाद ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार के निर्णय को वापस लिया। ग्रामीणों ने कहा कि 323 मतदान केन्द्र पर उन्होंने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया था। बीडीओ से वार्ता के क्रम में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के कारण उन्होंने अपना निर्णय नहीं बदला था। विधायक के बातों से लगा कि सड़क बन जायेगी। ऐसे में उन्होंने वोट बहिष्कार नहीं करने का निर्णय लिया है।