मंडी, 4 जुलाई (हि.स.)। लोकगीतो मे हमारे समाज की आत्मा निवास करती है। लोकगीत लोकानुरंजन के साथ-साथ समाज को सीख भी देते है। मंडी जिला के पांगणा स्थित ऐतिहासिक गांव पज्याणु की लीना शर्मा की लोकगीत जुगनी शीर्षक से बनी पहली विडियो रीलिज हुई। इस गीत की शूटिंग पांगणा से लगभग आठ किलोमीटर दूर स्थित प्रसिद्ध तीर्थ उत्तरवैणी में हुई है।
प्रेम घटना पर आधारित मार्मिक गीत का मुख्य नायक धारी पास के गांव माना का निवासी था। यह चरखडी क्षेत्र की रूपसी जुगनी के प्रेम पाश में बंध गया। एक बार जब धारी जुगनी से मिलने गया तो उसने जुगनी को अन्य पुरुष के साथ संदेहास्पद स्थिति मे देखा। अपनी प्रेयसी के गिरे चरित्र को देखकर धारी का विश्वास टूट गया। क्रोधावेश में आकर धारी ने जुगनी का तेजधार चाकू से नाक काट दिया और सुकेत के राजा के सम्मुख प्रस्तुत होकर अपने गुनाह का वर्णन कर आत्मसमर्पण कर दिपा। धारी को सजा मिली।
एस.एम. ए. च्वासी के बैनर तले बने इस विडिओ में लीना सुमधुर आवाज के साथ थाची गांव के महिला मंडल थाची ग्राम पंचायत मशोग की महिलाओं हेम प्रभा ठाकुर, गंगा ठाकुर, दवारकु देवी, बिहारो देवी, ज्ञानी देवी, रुकमनी, तवारसी, कली देवी, रामकली और शांता देवी ने बेहतर नृत्य किया है। नृत्य अभिनय की दृष्टि से पज्याणु की तारा शर्मा भी बेहतरीन रही है। संगीत संजय ठाकुर, शहनाई सूरजमणी, तर्ज बिहारी लाल, ओमादत्त, बाल मुकुंद, जितेंद्र ठाकुर, राकेश और सहयोग अमर शर्मा , संजु वर्मा का है।
सुकेत संस्कृति साहित्य और जन कल्याण मंच पांगणा-सुुकेत के अध्यक्ष डॉक्टर हिमेंद्र बाली का कहना है कि लीना की तरह बहुआयामी व्यक्तित्व का होना असंभव है। बहरहाल पहाड़ी संस्कृति के प्रति लीना का अनुराग प्रशंसनीय है। वहीं संस्कृति मर्मज्ञ डॉक्टर जगदीश शर्मा और रमेश का कहना है कि लोक गीत और लोक संगीत हमारी सांस्कृतिक धरोहर है इसके संरक्षण के लिए संजय ठाकुर और लीना शर्मा के प्रयास स्तुत्य है।