शिमला जंगल की आग : हिमाचल प्रदेश के जंगलों में लगी आग ने भीषण रूप ले लिया है. आग की चपेट में आने से कई जानवरों की मौत हो गई है. उधर, खबर है कि आग की लपटें रिहायशी इलाके तक पहुंच गई हैं. तीन दिनों से लगी आग ने भारी तबाही मचाई है. प्रदेश के शिमला, मंडी, बिलासपुर और सोलन जिलों में चीड़ के जंगल धड़ल्ले से जलते हुए देखे जा रहे हैं. वहीं अब ऐसी स्थिति पैदा हो गई है कि कई ट्रेनें रद्द होने वाली हैं. आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की कई टीमें लगाई गई हैं.
आग रिहायशी इलाकों तक पहुंच गई
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोलम और शिमला के जंगलों की आग रिहायशी इलाकों तक पहुंच गई है और कालका-शिमला रेल ट्रेक रूट से गुजरने वाली सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. कल समाहिल और तारादेवी के पास भी ट्रेनें रोकी गई हैं. कुछ ट्रेनें तारा देवी रेलवे स्टेशन पर रुकी हुई हैं। कालका शिमला रेलवे लाइन तक आग पहुंचने से बड़ी मुश्किलें खड़ी हो गई हैं. हिमाचल में लगी आग के वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आए हैं.
शिमला पहुंचे कई पर्यटक फंस गए
बता दें कि जहां देश में असहनीय गर्मी पड़ रही है, वहीं चिलचिलाती गर्मी से बचने के लिए लोग हिल स्टेशनों पर जाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि शिमला में पर्यटन सीजन चल रहा है और बड़ी संख्या में यात्री यहां आ रहे हैं. आग लगने के कारण ट्रेनें रोके जाने से कुछ यात्रियों को परेशानी भी हुई। फिलहाल फायर ब्रिगेड के अधिकारी और वन विभाग की टीम आग बुझाने की पूरी कोशिश कर रही है.
बिलासपुर के एम्स के पास लगी आग
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में एम्स अस्पताल के पास जंगल में भी आग लग गई है. यहां बंदलाधार का पूरा जंगल राख में तब्दील हो गया है. जबकि सोलन के कसौली समेत मंडी में भीषण आग लगी है. यहां दूर से ही आग की बूंदें देखी जा सकती हैं और आसपास के लोगों की आंखों में भी जलन हो रही है.
75 दिनों में 1080 आग की घटनाएं
पिछले 75 दिनों में हिमालय क्षेत्र में जंगल में आग लगने की 1080 घटनाएं सामने आई हैं। यहां रोजाना करीब 50 मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, वन विभाग के पास कम मैन पावर होने के कारण हालात से निपटना मुश्किल हो गया है. ग्रामीण भी मदद कर रहे हैं, लेकिन सारे प्रयास विफल हो रहे हैं।