भोपाल, 7 मार्च (हि.स.)। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के सभागार का नाम प्रसिद्ध पार्श्व गायिका लता मंगेशकर के नाम पर रखा गया।
विश्वविद्यालय के नवगठित महिला विकास प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में “भारत रत्न लता मंगेशकर सभागार” का लोकार्पण कुलपति प्रो.(डॉ.) के.जी. सुरेश द्वारा किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लता जी का जन्म मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था और उन्होंने अपनी मधुर आवाज और मनमोहक गायिकी से सभी को प्रभावित किया है।
महिला सशक्तिकरण की बात करते हुए प्रो. सुरेश ने कहा कि हमारे विश्वविद्यालय की अधिकतर अधिकारी एवं विभागाध्यक्ष महिलाएं हैं, जो कि देश भर के विश्वविद्यालयों लिए एक उदहारण है । इस अवसर पर मीडिया मीमांसा शोध पत्रिका का विमोचन भी किया गया । इससे पहले प्रो. सुरेश द्वारा पौधारोपण भी किया गया। प्रकोष्ठ द्वारा महिला सशक्तिकरण पर स्टोरी टेलिंग प्रतियोगिता भी आयोजित की गई । इसके बाद गणेश शंकर विद्यार्थी सभागार में आयोजित कार्यक्रम में परिधानिका के अंतर्गत भारतीय पोशाक पहनकर जब विद्यार्थियों ने स्टेज पर कदम रखा तो सभागार तालियों से गूंज उठा। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने एक से बढ़कर एक शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दीं।
विज्ञापन एवं जनसंपर्क विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पवित्र श्रीवास्तव, सहा.कुलसचिव श्री विवेक सावरीकर ने मधुर आवाज में गीत गाए, तो वहीं सहा. प्राध्यापक डॉ. अरुण खोबरे ने स्वरचित कविताओं का पाठ किया । इस अवसर पर परिसर को स्वच्छ बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान के लिए महिला सफाईकर्मियों का कुलपति प्रो. सुरेश द्वारा स्वागत_सम्मान किया गया । इससे पूर्व सभागार में महिला सशक्तिकरण एवं भारत रत्न लता मंगेशकर पर बनाई गई दो फिल्में भी दिखाई गई । कार्यक्रम का संचालन विद्यार्थी मुस्कान पाठक, आकांक्षा एवं आभार प्रदर्शन जनसंचार विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. आरती सारंग द्वारा किया गया ।
समारोह में मानव रचना इंटरनेशनल संस्थान की डीन एवं प्रोफेसर डॉ. मैथिली गंजू, डीसीसी भोपाल की सदस्य सुश्री प्रतिभा पांडे, कुलसचिव डॉ.अविनाश वाजपेयी, डीन अकादमिक डॉ. पी. शशिकला, महिला विकास प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ. गरिमा पटेल, सदस्य मनीषा वर्मा, मुकेश चौरासे, प्रियंका सोनकर, प्रतिभा पटेल एवं विशाखा विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।