धर्मशाला, 16 नवंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के दो छात्रों सिद्धार्थ शेखर सिंह और पीयूष कुमार को स्नातकोत्तर हिंदी परीक्षा में पहला और दूसरा स्थान हासिल करने पर यूको बैंक धर्मशाला की ओर से “यूको राजभाषा सम्मान” से पुरस्कृत किया गया है। इस मौके के पर दोनों विद्यार्थियों को 5000-5000 की राशि का चेक और स्मृतिका भेंट की गई है। केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने दोनों विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। यह सम्मान नराकास, धर्मशाला के अध्यक्ष संजय धर ने प्रदान किया।
इस मौके पर यूको बैंक, अंचल कार्यालय से रितेश कुमार (राजभाषा अधिकारी) एवं अभिनव बुराड (मुख्य प्रबंधक) मौजूद रहे।
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), धर्मशाला की द्वितीय छमाही बैठक का आयोजन जिला ग्रामीण विकास प्राधिकरण कार्यलय के सम्मेलन कक्ष में हुआ। इस बैठक में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, धर्मशाला के अंतर्गत सभी कार्यालय प्रमुखों ने भाग लिया।
केंद्रीय विश्वविद्यालय के सहायक निदेशक राजभाषा संजय कुमार सिंह ने बताया कि इस अवसर पर यूको बैंक द्वारा “यूको राजभाषा सम्मान” की घोषणा की गई, जिसका उद्देश्य राजभाषा हिंदी के संवर्धन और विकास को प्रोत्साहित करना है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 351 की भावना को ध्यान में रखते हुए, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर हिंदी के दो सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों को यह सम्मान प्रदान किया गया। स्नातकोत्तर हिंदी परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सिद्धार्थ शेखर सिंह, जिन्होंने 77.53 प्रतिशत अंक प्राप्त किए, और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले पीयूष कुमार, जिन्होंने 76.03 प्रतिशत अंक प्राप्त किए, को सम्मानित किया गया।
यूको बैंक धर्मशाला द्वारा वर्ष 2019 से हिंदी विभाग, केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को यह राजभाषा सम्मान प्रदान किया जा रहा है । विगत में यूको बैंक धर्मशाला द्वारा वर्ष 2019 में तेजिन छुकित और रिचा, वर्ष 2020 में रितिक मेहरा और सिद्धांत शर्मा तथा वर्ष 2023 में रुपानी और हरीश कुमार को सम्मानित किया जा चुका है ।
उधर केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने दोनों विद्यार्थियों सिद्धार्थ शेखर सिंह और पीयूष कुमार को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यूको बैंक का यह प्रयास सराहनीय है। दोनों विद्यार्थियों को पुरस्कार मिलना विश्वविद्यालय के लिए यह गौरव की बात है। इसके लिए हिंदी विभाग के सभी संकाय सदस्य बधाई के पात्र हैं।